SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 298
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ = 1 ( २७० ) प्र. ३७८ म. स्वामी के चरणों में जाकर रोहिणेय ने क्या किया था ? उ. प्र. ३७९ म. स्वामी के चरणों में रोहिणेय जब पहुंचा तव वहां कौन कौन थे ? उ. भगवान के समवसरण में उस समय मगधपति श्र ेणिक, महामंत्री अभयकुमार व विशिष्ट नागरिकगण उपस्थित थे । प्र. ३८० श्रेणिक और अभय ने रोहिणेय को देखकर क्या किया था ? प्रभु के चरणों में जाकर वह आत्म-निन्दा करने लगा। अपने दुष्कृत पर पश्चात्ताप कर उनकी शुद्धिका मार्ग पूछने लगा । उ. उ. श्रेणिक ने रोहिणेय को गले लगा लिया । अभय ने मित्रता का हाथ बढ़ाया । प्र. ३८१ म. स्वामी के समवससरण में रोहिणेय ने क्या किया था ? रोहिणेय ने चोरी में लूटे हुए समस्त स्वर्णभंडारों का - गुप्त खजानों का पता बताकर महाराजा श्रेणिक को मगध की जनता का चुराया हुआ समस्त धन वापस कर दिया श्रीर
SR No.010409
Book TitleMahavira Jivan Bodhini
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGirishchandra Maharaj, Jigneshmuni
PublisherCalcutta Punjab Jain Sabha
Publication Year1985
Total Pages381
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy