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________________ ( २४६ ) प्र. ३०४ अर्जुन माली को आते देखकर सुदर्शन ने क्या किया था ? उ. सुदर्शन वहीं ध्यानस्थ खड़े हो गये । प्र. ३०५ सुदर्शन के पास पहुँचते ही अर्जुन को क्या हुआ था ? उ. प्र. ३०६ अर्जुन को गिरते देखकर सुदर्शन ने क्या किया था ? उ. अर्जुन का मुद्गर उठा का उठा रह गया । सुदर्शन की सौम्यता के समक्ष अर्जुन की क्रूरता परास्त हो गई। वह स्तब्ध रह गया, फिर गिर पड़ा । सुदर्शन ने उसे धीरे से उठाया । उसकी. क्रूरता और दानवता को करुणा और स्नेह के हाथों से दुलारा | * प्र. ३०७ सुदर्शन के स्नेह को देखकर अर्जुन ने क्या किया था ? उ. अर्जुन सुदर्शन के चरणों में गिर पड़ा। अपने क्र. र कर्मों पर पश्चात्ताप करने लगा । प्र. ३८ अर्जुन को उद्बोधित करते हुए सुदर्शन ने क्या कहा था ?
SR No.010409
Book TitleMahavira Jivan Bodhini
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGirishchandra Maharaj, Jigneshmuni
PublisherCalcutta Punjab Jain Sabha
Publication Year1985
Total Pages381
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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