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________________ ( २३५ ) कामदेव श्रावक ने। प्र. २५६ म. स्वामी ने चम्पापुरी से किस ओर प्रस्थान किया था ? उ. . सिंधु-सौवीर देशकी ओर । पूर्वाचल से से पश्चिमांचल की ओर । प्र. २५७. सिंधु-सौवीर का राजा कौन था ? उ.. उदायन (उद्रायन)। प्र. २५८ उदायन किसका अनुगामी था ? उ. तापस-परंपरा का अनुगामी था। प्र. २५६ उदायन की रानी का नाम क्या था ? उ. प्रभावतो। प्र. २६० महारानी किसकी पुत्री थी ? उ... वैशाली गणाध्यक्ष चेटक की पुत्री थी और ..निम्रन्थ धर्मकी परम उपासिका थी। प्र.. २६१ महाराजा उदायन निर्ग्रन्थ धर्मका अनुयायी . .. . . कैसे बना था ?.... उ... महारानी प्रभावती की प्रेरणा से महाराजा उदायन निर्ग्रन्थ धर्मका अनुयायी बन गया था। प्र. २६२ महाराजा उदायन ने किसको बंदी किया था ? उ. चंडप्रद्योत जैसे पराक्रमी राजा को पराजित
SR No.010409
Book TitleMahavira Jivan Bodhini
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGirishchandra Maharaj, Jigneshmuni
PublisherCalcutta Punjab Jain Sabha
Publication Year1985
Total Pages381
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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