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________________ [जिन सिद्धान्त क्रिया गुण की विकारी पर्याय है और यह क्षयोपशमभाव में ही होती है। प्रश्न-उपशम किसे कहते हैं ? उत्तर-द्रव्यक्षेत्र काल भाव के निमित्त से कम की शक्ति की अनुम॒ति (उदय में न आना ) को उपशम कहते हैं। प्रश्न-उपशम के कितने भेद हैं ? उत्तर–उपशम के दो भेद हैं (१) अन्तःकरणरूप (२) सदवस्थारूप। प्रश्न–अन्तःकरण रूप उपशम किसे कहते हैं ? उत्तर-आगामी काल में उदय आने योग्य क्रम च परमाणुओं को आगे पीछे उदय आने योग्य करने को अन्तःकरण रूप उपशम कहते हैं। प्रश्न-सदवस्था रूप उपशम किसे कहते हैं ? उत्तर-वर्तमान समय को छोड़कर आगामी काल में उदय आने वाले कर्मों के सत्ता में रहने को सदवस्था रूप उपशम कहते हैं। प्रश्न-उदय और उदीरणा में क्या भेद है ? उत्तर-जो कर्म स्कन्ध, अपकर्षण, उत्कर्पण आदि प्रयोगों के विना स्थिति क्षय को प्राप्त होकर अपना आत्मा को फल देता है उन कर्मस्कन्धों की “उदय" यह
SR No.010381
Book TitleJina Siddhant
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMulshankar Desai
PublisherMulshankar Desai
Publication Year1956
Total Pages203
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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