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________________ जिन सिद्धान्त ] उत्तर -- निरोग पुरुष के नाड़ी के एक बार चलने को स्वासोच्छ्वास काल कहते हैं । प्रश्न - एक मुहूर्त्त में कितने स्वासोच्छ्वास होते हैं ? उत्तर --- तीन हजार सात सौ तेहत्तर होते हैं । AAAAA छ प्रश्न - उदय किसको कहते हैं ? उत्तर -- कर्म की स्थिति पूरी होने से कर्म के फल देने को उदय कहते हैं । प्रश्न --- उदीरणा किसे कहते हैं ? उत्तर - उदीरणा दो प्रकार की है । ( १ ) भाव उदीरणा, (२) द्रव्यउदीरखा । प्रश्न - - भावउदीरणा किसे कहते हैं ? उत्तर -- आत्मा में जो बुद्धिपूर्वक रागादिक भाव तथा क्रिया होती है उसीका नाम भाव उदीरणा है । प्रश्न - - द्रव्य उदीरणा किसे कहते हैं ? उत्तर -- जिस कर्म की स्थिति पूरी न हुई है, परन्तु आत्मा के बुद्धिपूर्वक रागादिक का निमित्त पाकर जो कर्म फल देकर खिर जाता है उसी का नाम द्रव्यउदीरणा है । प्रश्न -- भाव उदीरणा श्रात्मा के पांच भावों में से किस भाव में होती है । उत्तर -- भाव उदीरणा आत्मा के चारित्र गुण तथा
SR No.010381
Book TitleJina Siddhant
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMulshankar Desai
PublisherMulshankar Desai
Publication Year1956
Total Pages203
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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