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________________ जिन सिद्धान्त ७३ NNNN प्रश्न-पाति कर्म कौनसे हैं ? उत्तर--ज्ञानावरण कर्म ( ५ ) दर्शनावरण कर्म (8) मोहनीय कर्म ( २८ ) अन्तराय कर्म ( ५ )। प्रश्न--अघाति कर्म कौनसे हैं ? उत्तर-वेदनीयकर्म (२), आयुकर्म (४), नामकर्म (६३) और गोत्र कर्म (२)। प्रश्न-सर्वघाति कर्म किसे कहते हैं ? उत्तर--जो जीव या भाववती शक्ति को पूरे तौर से वाते उसे सर्वधाति कर्म कहते हैं। प्रश्न--सर्वघाति कर्म की कितनी प्रकृति और कौनर सी हैं ? उत्तर-२१ प्रकृति हैं :-ज्ञानावरण की १ (केवल ज्ञानावरण) दर्शनावरण की छह ( केवल दर्शनावरण १, निद्रा ५ ), मोहनीय की १४ (अनन्तानुबन्धी ४, अनत्याख्यानावरण ४, प्रत्याख्यानावरण ४, मिथ्यात्र १ और सम्यक् मित्थात्व-१)। प्रश्न--देशघाति कर्म किसे कहते हैं ? उत्तर-जो जीव की भाववनी शक्ति को एक देश घाते उस कर्मका नाम देशवाति कर्म है। प्रश्न-देशघाति कर्म की कितनी प्रकृति व कौन २
SR No.010381
Book TitleJina Siddhant
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMulshankar Desai
PublisherMulshankar Desai
Publication Year1956
Total Pages203
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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