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________________ जिन सिद्धान्त] उत्तर-जिस कर्म के उदय से हाड़ों की सन्धि अर्द्ध कीलित हो, उसे अद्ध नाराच संहनन कहते हैं। प्रश्न-कीलक संहनन किसे कहते हैं ? उत्तर-जिस कर्म के उदय से हाड़ परस्पर कीलित हों, उमे कीलक संहनन कहते हैं। प्रश्न--असंप्राप्तामृपाटिक संहनन किसे कहते हैं ? ___ उत्तर-जिस कर्म के उदय से जुदे जुदे हाड़ नसों से बंधे हों, परन्तु परस्पर किले हुए न हों, उसे असंप्राप्तासुपाटिक संहनन कहते हैं। प्रश्न-वर्ण नाम कर्म किसे कहते हैं ? उत्तर-जिस कर्म के उदय से शरीर में रंग हो, उसे वर्ण नाम कर्म कहते हैं। प्रश्न--गंध नाम कर्म किसे कहते हैं ? उत्तर-जिस कर्म के उदय से शरीर में गंध हो, उसे गंध नाम कर्म कहते हैं। प्रश्न-रस नाम कर्म किसे कहते हैं ? उत्तर--जिस कर्म के उदय से शरीर में रस हो, उसे रस नाम कर्म कहते हैं। प्रश्न-स्पर्श नाम कर्म किसे कहते हैं ?
SR No.010381
Book TitleJina Siddhant
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMulshankar Desai
PublisherMulshankar Desai
Publication Year1956
Total Pages203
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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