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________________ ६२ [जिन सिद्धान्त प्रश्न-हुण्डक संस्थान किसे कहते हैं ? उत्तर-जिस कर्म के उदय से शरीर के अंगोपांग किसी खास शकल के न हों। प्रश्न-संहनन नाम कर्म किसे कहते हैं ? उत्तर--जिस कर्म के उदय से हाडों का बंधन विशेप हो, उसे संहनन नाम कर्म कहते हैं। प्रश्न-बज्रर्षभनाराच संहनन किसे कहते हैं ? उत्तर-निस कर्म के उदय से वन के हाड़, वज के वेठन और बज्र हो कीलिया हो, उसे वज्रप्रेमनाराच मंहनन कहते हैं। प्रश्न-बननाराच संहनन किसे कहते हैं ? ___ उत्तर-जिस कर्म के उदय से वज्र के हाड़ और वन की कीली हो परन्तु वंठन बन्न के न हों, उसे बन नाराच संहनन कहते हैं। प्रश्न-नागच मंहनन किसे कहते है ? ' उनर-जिन कर्म के उदय में बंठन और काली महित हाड़ हो, उन कर्म को नागच मंहनन कहते है ? प्रश्न-बद्ध नागच मंहनन किसे कहते हैं ?
SR No.010381
Book TitleJina Siddhant
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMulshankar Desai
PublisherMulshankar Desai
Publication Year1956
Total Pages203
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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