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________________ [जिन सिद्धान्त प्रश्न–क्षयोपशम भाव को और कोई भाव से पुकारा जाता है ? ___उत्तर-क्षयोपशम भाव चारित्रगुण की अशुद्ध अवस्था का नाम है । क्षयोपशम मात्र को भाव-उदीरणा कही जाती है । भाव उदीरणा में भाव प्रधान है कर्म गौण है । औदयिक भाव में कर्म प्रधान है और . मात्र गौण है। .. प्रश्न-सचिपाक तथा अविपाक निर्जरा किस जीव को होती है ? उत्तरयह दोनों निर्जरा सम्यग्दृष्टि को तथा मिथ्यादृष्टि को होती हैं परन्तु भाव निर्जरा मिथ्यादृष्टि को कभी नहीं हो।। प्रश्न-मोक्ष तत्व किसको कहते हैं ? उत्तर-मोक्ष तस्त्र दो प्रकार के हैं-(१)वेतन मोक्ष (२) जड़ मोक्षः। प्रश्न-चेतन मोक्ष किसे कहते हैं ? उत्तर-आत्मा के सम्पूर्ण गुणों की शुद्धता हो जाने को चेतन मोक्ष कहते हैं। प्रश्न-प्रधानपने किस २ गुण की शुद्ध अवस्था हो जाती है? . उत्तर-(१) ज्ञानगुण, (२) दर्शनगुण, (३) श्रद्धा
SR No.010381
Book TitleJina Siddhant
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMulshankar Desai
PublisherMulshankar Desai
Publication Year1956
Total Pages203
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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