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________________ -e-AMA MANAMANCHARAAAAAAAAAAAAAAAMANA जिन सिद्धान्त ] उत्तर---मनुष्य, देव आदि जीव द्रव्य की संयोगी अवस्था है और संयोगी अवस्था छूट जाती है। प्रन-पुद्गल द्रव्य किसको कहते हैं ? ___ उत्तर-जिसमें स्पर्श, रस, गन्ध, वर्ण गुण पाये जावे उसे पुद्गल द्रव्य कहते हैं । वे पुद्गल द्रव्य लोकमें अनन्तानन्त हैं । समस्त लोकाकाश में पुद्गल द्रव्य ठसाठस भरे हुये हैं। प्रश्न-पुद्गल द्रव्य के कितने भेद हैं ? उत्तर-दो भेद हैं-(१) परमाणु, (२) स्कन्ध । प्रश्न--परमाणु किसको कहते हैं ? उत्तर--पुद्गल के छोटे से छोटे भाग को परमाणु कहते हैं, जिसको दो टुकड़ों में विभाजित न कर सकें जिसमें आदि, मध्य, अन्त का भेद न हो उसको परमाणु कहते हैं। प्रश्न--स्कन्ध किसको कहते हैं ? उत्तर-अनेक परमाणुओं के मिले हुये पिण्ड का नाम स्कन्ध है। प्रश्न--स्कन्ध कितने प्रकार के हैं ? ___ उत्तर--स्कन्ध ६ प्रकार के हैं- (१) वादर बादर, (२) चादर, (३) चादर सूक्ष्म, (४) सूक्ष्म बादर, (५) सूक्ष्म, (६) सूक्ष्म-मूक्ष्म ।
SR No.010381
Book TitleJina Siddhant
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMulshankar Desai
PublisherMulshankar Desai
Publication Year1956
Total Pages203
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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