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________________ ( १७ ) ९ - पोष्टकार्ड या लिफाफाकी रजिस्ट्री करनेसे सादीका =) और जवाबीका ) लगता है । १० - मनियार्डर की फीस १ रुपया से १० तक ), ११ ) से २५) तकका चार आना, आगे १०० ) पर १) लगता है । प्रांतोंके नाम और उनके तीर्थों की सूची । क्षेत्र सं० नाम प्रांत ९ - शोलापुर प्रांत में १० - कोल्हापुर प्रांत में ११ - बंगाल प्रांतमें नाम प्रांत १ - मेवाड़ में २ - मालवा में ३- बुन्देलखड में ४ - नागपुर में ५ - मध्यप्रदेश में ६ - गुजरात प्रांत में ७ - बंबई प्रांत में ८- कर्णाटक प्रांत में ६ १ - श्री कैलासजी २- श्री सम्मेदशिखर भी गिरनारजी १३ २७ ३ - श्री ४ - श्री चंपापुरजी ५ - श्री पावापुरजी १२ ११ १३ ११ १२ - मद्रास प्रांतमें १३ - जयपुर प्रांतमें १४ - मारवाड़ प्रांतमें १५ - देहली प्रांत में १० कुल १६ प्रांतों में १४९ तीर्थ हैं । १६ - आगरा प्रांत में श्री सिद्धक्षेत्रोंके नाम | क्षेत्र सं० १० ४ ११ ३ ३ ५ १२- श्री पटना गुलजार बाग १३- श्री सिद्धवरकूटनी १४ - श्री गजपंथाजी ११ - श्री द्रोणगिरिजी १६- श्री सोनागिरिजी -
SR No.010324
Book TitleJain Tirth Yatra Darshak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGebilal Bramhachari, Guljarilal Bramhachari
PublisherMulchand Kisandas Kapadia
Publication Year
Total Pages273
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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