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________________ (२६) एक आना देनेपर पहुंचा दिया जाता है। तार ओफिससे ६ मीलतक तो तार मुफ्त लेजाते हैं। ४-तारसे रुपया भी आता है। इसमें तारका ॥) अधिक लगता है । जैसे किसीको १००) भेजना है तो II) तार फीस व १) रुपया मनियार्डर फीस ऐसे १.॥) देने होंगे। चिट्ठियाँ। १-ग्वुली चिट्ठी, लेखादि ५ तोलातक आपा आनाकी टिकटमें जाते हैं । व १० तोलातक एक आना लगता है। २-बंद चिट्ठी, लिफाफा १ मानामें ढाई तोलातक जाता है। ३-आघ आनेका पोष्टकार्ड सब जगह जाता है । पतेके माधे हिस्सेसे ज्यादेपर लिखनेपर बैरंग होजाता है। ___४-चिट्ठी आदिका पता मुकाम, डाकखाना, निला साफर लिखना चाहिये। ५-बैरंग पोष्टकार्ड नहीं जाता है । केवल बंद लिफाफा ही जाता है। ६-वी० पी० सभी चीजोंकी होती है। सिर्फ मनियार्डरकी फीस ज्यादः देना होती है। ७-हिफाजतसे चीन भेननेके लिये वीमा किया जाता है। १००) तक) फीस फिर प्रत्येक सौपर दो आने देने पड़ते हैं। रनीस्ट्री चार्म दो माने तो देने ही पड़ते हैं। -डाक पार्सल ५ सेर बंगाली (१०० तोला ) से ज्यादे बमनका नहीं लिया जाता है।
SR No.010324
Book TitleJain Tirth Yatra Darshak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGebilal Bramhachari, Guljarilal Bramhachari
PublisherMulchand Kisandas Kapadia
Publication Year
Total Pages273
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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