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________________ २-प्रव्य गुण पर्याय २/२-ध्याधिकार ६४. सूक्ष्म स्कन्ध में कितने परमाणु होते हैं ? दो, तीन अथवा संख्यात, असंख्यात व अनन्त तक होते हैं । ६५. स्थूलता व सूक्ष्मता की अपेक्षा स्कन्ध के भेद दर्शाओ। छः भेद हैं-स्थूल स्थूल, स्थूल, स्थूल सूक्ष्म, सूक्ष्म स्थूल, सूक्ष्म, सूक्ष्म सूक्ष्म । , ६६. छहों स्कन्धों के उदाहरण देकर समझाओ। सर्व ठोस पदार्थ स्थूल स्थूल हैं, तरल व वायवीय पदार्थ स्थूल हैं, नेवगम्य छाया प्रकाशादि स्थूल सूक्ष्म हैं, अन्य चार इन्द्रियों के विषय शब्द आदि सूक्ष्म स्थूल हैं, वर्गणा रूप स्कन्ध सूक्ष्म हैं, वर्गणा से आगे दो परमाणु पर्यन्त के स्कन्ध सूक्ष्म सूक्ष्म हैं। ६७. छहों स्कन्धों में स्थूलता व सूक्ष्मता के लक्षण घटित करो। (क) पृथिवी पत्थर आदि ठोस पदार्थ अत्यन्त स्थूल हैं क्योंकि किसी भी वस्तु में से पार नहीं हो सकते, इसी से स्थूल स्थूल कहे गये। (ख) तरल व वायवीय पदार्थ छिद्रों में से पार हो जाते हैं पर पदार्थों में से नहीं, इसलिये पहले की अपेक्षा कुछ कम स्थूल होने से केवल स्थूल कहे गए। (ग) नेत्र के विषयभूत प्रकाश आदि छिद्रों के अतिरिक्त वस्त्र झीने कागज व पारदर्शी शीशे आदि ठोस पदार्थों में से पार कर जाने की अपेक्षा यद्यपि कुछ सूक्ष्म हैं, पर अन्य पदार्थों में से पार न होने से स्थूल ही हैं। इसी से स्थूल सूक्ष्म कहे गये। (घ) अन्य विषय शब्द आदि कुछ अधिक स्थूल पदार्थों में से भी पार हो जाने के कारण सूक्ष्म हैं और पूर्ण रीतयः पार नहीं हो सकते इस लिये कुछ स्थूल भी हैं; इसी से सूक्ष्म स्थूल कहे गये। वर्गणायें प्रत्येक सूक्ष्म व स्थूल पदार्थ में से पार हो जाने के कारण सूक्ष्म हैं। (छ) वर्गणाओं से भी छोटे तथा अव्यवहार्य स्कन्ध तो उनसे
SR No.010310
Book TitleJain Siddhanta Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKaushal
PublisherDeshbhushanji Maharaj Trust
Publication Year
Total Pages386
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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