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________________ ८--नय-प्रमाण ३२८ ২-নিগামিকা (६) द्रव्य निक्षेप किसको कहते हैं ? जो पदार्थ भूत व भावी परिणाम की योजना की योग्यता रखने वाला हो उसको (उस गुण वाला कहना) द्रव्य निक्षेप कहते हैं। जैसे-राजा के (युवराज) पुत्र को राजा कहना । (७) भाव निक्षेप किसको कहते हैं ? वर्तमान पर्याय संयुक्त वस्त्र को भावनिक्षेप कहते हैं । जैसे राज्य करते पुरुष को राजा कहना। ८. चारों निक्षेपों में द्रव्य पर्याय ग्राहीपने का भेद करो ? नाम व स्थापना द्रव्य को ग्रहण करते हैं, और द्रव्य व भाव निक्षेप पर्याय को । तथा नाम में द्रव्य की मनमानी कल्पना है और स्थापना में श्रद्धा मान्य कल्पना है। द्रव्य निक्षेप द्रव्य की भूत व भविष्यत की पर्यायों में द्रव्य की कल्पना करता है और भाव निक्षेप उसकी वर्तमान पर्याय में। ६. नय व निक्षेप में क्या अन्तर है ? निक्षेप केवल कल्पना गत व्यवहार है और नय वस्तु स्वरूप का ज्ञान।
SR No.010310
Book TitleJain Siddhanta Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKaushal
PublisherDeshbhushanji Maharaj Trust
Publication Year
Total Pages386
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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