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________________ ८/२. निक्षेपाधिकर (१) निक्षेप किसको कहते हैं ? युक्ति करके सुयुक्त माग होते हुए कार्य के नाम से नाम स्थापना द्रव्य व भाव में पदार्थ के स्थापन को निक्षेप कहते हैं । (२) निक्षेप के कितने भेद हैं ? चार हैं-नाम, स्थापना, द्रव्य व भाव । (३) नाम निक्षेप किसको कहते हैं ? जिस पदार्थ में जो गुण नहीं हैं उनको उस नाम से कहना, जैसेकिसी ने अपने लड़के का नाम 'सिंह' रखा । परन्तु उसमें सिंह जैसा गुण नहीं है। (४) स्थापना निक्षेप किसको कहते हैं ? साकार तथा निराकार पदार्थ में 'वह यही है' इस प्रकार का अवधान करके निवेश करने को स्थापना निक्षेप कहते हैं। जैसे पार्श्वनाथ की प्रतिबिम्ब को पार्श्वनाथ भगवान कहना अथवा सतरंज के मोहरे को 'हाथी' कहना। (५) नाम और स्थापना में क्या भेद है ? नाम निक्षेप में मूल पदार्थ की तरह सत्कार आदि की प्रवृत्ति नहीं होती, परन्तु स्थापना निक्षेप में होती है। जैसे किसी ने अपने लड़के का नाम पार्श्वनाथ रख लिया तो उस लड़के का सत्कार पार्श्वनाथ भगवान की तरह नहीं होता, परन्तु पार्शवनाथ की प्रतिमा का होता है।
SR No.010310
Book TitleJain Siddhanta Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKaushal
PublisherDeshbhushanji Maharaj Trust
Publication Year
Total Pages386
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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