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________________ २-त्रव्य गुण पर्याय ७६ २-द्रव्याधिकार (१८४) काल द्रव्य के कितने भेद हैं ? दो हैं—एक निश्चय काल दूसरा व्यवहार काल । (१८५) निश्चय काल किसे कहते हैं ? काल द्रव्य (कालाणु) को निश्चय काल कहते हैं । (१८६) व्यवहार काल किसको कहते हैं ? काल द्रव्य की घड़ी, दिन, मास आदि पर्यायों को व्यवहार काल कहते हैं। १८७. निश्चय व व्यवहार-काल में से वास्तविक द्रव्य कौन ? निश्चय काल या कालाणु ही वास्तविक द्रव्य है। १८८. क्या व्यवहार काल भी द्रव्य है ? नहीं, व्यवहार काल तो कल्पना है, क्योंकि सूर्य नेत्रपुट व घड़ी की गति व क्रिया रूप पर्यायों पर से दिन निमेष घण्टा मिनट आदि का व्यवहार मात्र किया जाता है । अथवा व्यवहार काल द्रव्य नहीं पर्याय है, क्योंकि उत्पन्नध्वंसी है। १८६. घड़ी घन्टे आदि का निश्चय काल से क्या सम्बन्ध है ? काल द्रव्य के निमित्त से सूर्य आदि में अथवा अन्य व्यवहारगत द्रव्यों में परिणमन होता है, जिसके कारण कि व्यवहार काल की कल्पना की जाती है । इस प्रकार क्योंकि निश्चय काल व्यवहारकाल के कारण का भी कारण सिद्ध होता है, इसलिये व्यवहार काल उसकी पर्याय माना गया है । १९०. समय किसे कहते हैं ? व्यवहारकाल के छोटे से छोटे भाग को समय कहते हैं। १९१. समय कैसे उत्पन्न होता है ? एक पुद्गल परमाणु अति मन्द गति से एक आकाश प्रदेश पर से अनन्तरवर्ती दूसरे आकाश प्रदेश पर जितनी देर में जाये, वह एक समय है।
SR No.010310
Book TitleJain Siddhanta Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKaushal
PublisherDeshbhushanji Maharaj Trust
Publication Year
Total Pages386
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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