SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 180
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ १७०] जैन परम्परा का इतिहास जिनाज्ञा उपकरण-जिन० उप० जीवाभिगम-जीवा० जैन दर्शन का इतिहास-जैन० द० इ० जैन भारती-जैन० भा० तत्त्वार्थ सूत्र-त० सू० तत्त्वार्थ सूत्र भाषानुसारिणी टीका-त० भा० टी० तृतीय द्वात्रिंशिका-तृ० द्वा० दशवैकालिक–दशव० दशवकालिक चूणि-दशवै चू० दशवकालिक नियुक्ति- दशवै० नि० दशाश्रुतस्कन्ध - दशा० दीर्घनिकाय-दी० धर्मरत्न प्रकरण-धर्म० प्रक० धर्म सनह टीका-धर्म० स० नन्दी वृति-म०७० नन्दी सूत्र-नं० नव बाड-न० बा० नव भारत टाइम्स निरयावलिका-निर० निशीथ चूर्णि-नि० चू० निशीथ सूत्र-निशी पद्मानन्द महाकाव्य-पद० महा० परिशिष्ट पर्व-परि० ५० पाइए भाषाओ भने साहित्य-पा० भा० साल पाइए सद्द महण्णवो-पा० स० म० प्रभाकर चरित्र प्रभा० च० प्रवचन सार-प्र० सा० प्रश्न व्याकरण-प्रश्न
SR No.010279
Book TitleJain Parampara ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNathmalmuni
PublisherAdarsh Sahitya Sangh
Publication Year
Total Pages183
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy