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________________ सम्बन्ध नहीं, तो पुत्र कहाँ से होता ? मैं तो इसे पड़ा देखकर उठा लाया । यह किसका पुत्र है ? क्या है ? मुझे कुछ नहीं मालूम 1 -सच कह रहे हैं, आप ? - विल्कुल सच ! सोता जन्म : भामण्डल - हरण | १७९ उद्यान में अरक्षित इसका कुल - शील पति के आश्वासन से पत्नी आश्वस्त हुई । राजा ने शिशु का जन्मोत्सव कराया और नगर में घोषणा करा दी - 'आज गूढ़गर्भा रानी पुष्पवती ने पुत्र को जन्म दिया है ।' दिव्य वस्त्रालंकारों की कान्ति के कारण राजा ने उसका नाम रखा भामण्डल | भामण्डलकुमार विद्याधरियों के प्यार में झूलता हुआ बड़ा होने लगा । - त्रिषष्टि शलाका, ७१४ - उत्तर पुराण पर्व ६८, श्लोक १३-२७
SR No.010267
Book TitleJain Kathamala
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMadhukarmuni, Shreechand Surana
PublisherHajarimalmuni Smruti Granth Prakashan Samiti Byavar
Publication Year1977
Total Pages557
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size20 MB
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