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________________ श्रीसम्यक्त्वसित्तरी. जन्म थयो. तेना निशाल घरेणां, तथा पाणिग्रहण प्रमुख महोत्सव जो श्ने मनमा अत्यंत दुःखने पामी. अने घरनी वाडीमां जश्ने रोती थकी कहेवा लागी के हा दैव !!! मारी जेगणीयोने पुत्र तथा पुत्रीयो ने तेना पाणिग्रहण वगेरेना महोत्सव थाय बे. अने हुँ अधन्य तथा अनागिणी बं के जेथी मने एक पुत्र के पुत्री कांड पण नथी,एवा खेदने पामवा ला गी. एम तेने रोती जोइने एक वांदरी पासें यावीने कहेवा लागी के, हे सखि ! तुने एवडं गुं कुःख थयुं ले के जेथी तुंरडे जे ? ते मने कहे. हुं तारूं पुःख मटाडं ॥ यतः ॥ कुरकं तासु कहिऊर, जो हो। उरक फेडण सम बो ॥ जो नवि उहिए उहि, तासी किस कहिजए उरकं ॥ त्यारें पद्मश्री बोली के मारी बधी जेठाणीने बेटा बेटीले. तेन्ना जन्मादिकना महो त्सवो थाय बे. अने मारे पुत्री पुत्रादिक कांश नथी तेथी ढुं रडुं . ए दुःख जो ताराथी टली शके तो टाल. एवं सांजली ते वानरी तरत वनमा जा ने एक औषधि लावी. ते तेने आपीने कहेवा लागी के हे सखि ! ऋतु स्नानने दिवसें ए औषधिने पाणीमां घसीने पीजे. तो तेज रात्रं तने पुत्र गर्न थशे. एवां तेनां वचन सांजलीने ते संतोष पामी अने वानरीने कहे वा लागी के जो मने गर्न थशे. तो तने आ लाख टकानो हार थापीश! पण तुं वांदरी बतां माणसनी नाषा केम बोले ? तेवारें वांदरी बोली के, मारी पासें विद्या , तेने योगें मनुष्य नाषा पण जाणुं बुं अने वां दरी नाषा पण जाणुं . एम कहीने ते वांदरी जती रही. __पडी पद्मश्री ऋतु स्नान करी ते औषधि निर्मल पाणीथी घसीने तेनुं पाणी पीएं. तेज रात्रिनेविषे तेने पुत्र गर्न रह्यो. अनुक्रमें गर्ननी वृक्ष थतां दिन पूर्ण थएथी वानरनी कतिवाला पुत्रनो जन्म थयो. एवं एक परिचारिकाना मुखथी सांजलीने ते घणुं कुःखने पामी. ने विचारवा लागी के अरे!!! वानर पुत्र थएलो शे अर्थ आवशे ! एथी तो उलटी लो कोमा हांसी थशे. एवो विचार करीने पोतानी दासीना हाथे घरनी पासेना बाराममां तेने मूकावी दीधो. तेने पेली वानरी आवीने लइ गई अने पो ताना स्थानमां जा पोताना पतिने कहेवा लागी के ढुं गूढगर्ना हती तेथी मारो गर्न कोइने जणायो नही. हाल मास पूरा थयेथी में पुत्र प्रस व्यो के. एम पोताना पति यूथाधिप वानरने समजाव्यो. पडी ते वांदर कु
SR No.010248
Book TitleJain Katha Ratna Kosh Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhimsinh Manek Shravak Mumbai
PublisherShravak Bhimsinh Manek
Publication Year1890
Total Pages397
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size45 MB
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