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________________ २ जलपान-पानी नहीं पीना. ३ भोजन-अन्न वगैर: कुछभी न जीमना-न खाना... ४ उपानह-जूते न पहनना. ५ मैथुन-विषयक्रिडा-स्त्री पुरुषका विषयसंगम न करना. ६ शयन-न सो जाना और न निंद लेनी. ७ निष्टीवन-थुकना नहीं-मुँहका मल-कफ-बलगम पर: न डालना. ८ लधुनीति-पेशाब न करना. ९ वडीनीति-दिशा जंगल न जाना. १० द्यूत-जुगार न खेलना. श्री गुरुमहाराज संबंधी ३३ आशातनाये नीचे लिखे मुजब वर्जित कर देनेकी जरुर दरकार रखनी. ३ गुरुके आगे पहिले चलना नहीं ?, खडा रहना नहीं २, और बैटना नहीं ३, क्यों आगे और पहिले बैठ जानेसे अवज्ञा होती है. ६ गुरूजी के नजदीक न चलना, न खड़ा रहना, न। ना चाहिये. ९ गुरु के दोनु तर्फ-वरावर एक लाइनमें न पंकना, न वडा रहना और न बैठना चाहिये. १० आचमन-गुरुजी के पेस्तर पानीसे मुंह वगैरः शुद्ध करके
SR No.010240
Book TitleJain Hitbodh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKarpurvijay
PublisherJain Shreyaskar Mandal Mahesana
Publication Year1908
Total Pages331
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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