SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 250
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ २०२ ] दिगम्बर जैन साधु प्रायिका श्रेष्ठमतोजो श्री आर्यिका श्रेष्ठमतीजी का गृहस्थावस्था का नाम रतनबाई था । श्रापका जन्म फतेहपुर सीकरी ( राजस्थान ) में श्राज से लगभग ६० वर्ष पूर्व हुआ आपके पिता का नाम वासुदेवजी था । जो गल्ले का व्यापार करते थे । आपकी माता का नाम इन्द्रादेवीं था । आपकी जाति अग्रवाल थी। आपकी लौकिक शिक्षा कक्षा तीसरी तक हुई । आपका विवाह श्री नेमीचन्द्रजी के साथ हुआ । परिवार में आपके दो भाई एवं दो वहिन हैं । आपके नगर में संघ आगमन होने के कारण आपमें वैराग्य प्रवृत्ति जाग उठी । आपने विक्रम संवत् २०१९ में आचार्य १०८ शिव-: सागरजी से दीक्षा ले ली । आपने लाडनू, कलकत्ता हैदराबाद, सोलापुर, श्रवणबेलगोल, सनावद, प्रतापगढ़ श्रादि स्थानों पर चातुर्मास कर धर्मवृद्धि की । आप चारित्र शुद्धि का उपवास व्रत भी करती हैं । * on * - S
SR No.010188
Book TitleDigambar Jain Sadhu Parichaya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDharmchand Jain
PublisherDharmshrut Granthmala
Publication Year1985
Total Pages661
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size31 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy