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________________ परिशिष्ट मुनिश्री जी के साहित्य पर विद्वानों के अभिप्राय आधुनिक विज्ञान और अहिंसा -लेखक : गणेशमुनि शास्त्री, साहित्यरत्न -भूमिका : विद्वद्वर्य मुनि कातिसागर जी --प्रकाशक आत्माराम एण्ड संस, दिल्ली-६ -मूल्य-तीन रुपये पचास पैसे विज्ञान और अहिंसा दोनो ही बड़े जटिल विषय हैं, फिर भी इन्हे जिस सरल और आकर्षक रूप में उपस्थित करने का विद्वान लेखक ने प्रयास किया है, वह श्लाघनीय है .कम से कम शब्दो मे अधिक से अधिक जानकारी देने का उपक्रम, पुस्तक की अपनी विशेषता है, तभी तो लेखक ने 'प्राकृतिक और आध्यात्मिक' से प्रारम्भ कर 'विश्वशान्ति और अहिंसा', सयुक्त राष्ट्रसघ' तथा 'अहिंसा की सार्वभौम शक्ति' आदि अनेक विषयो की चर्चा की है . . प्रस्तुत पुस्तक अहिंसा सम्बन्धी विचारो की निर्माण दिशा मे अत्यन्त उपयोगी सिद्ध होगी, ऐसा मेरा विश्वास है, भापा प्रवाहशील है, सबल है, छपाई, सफाई, गेटअप आकर्पक है। --उपाध्याय अमरमुनि आधुनिक विज्ञान और अहिंसा' मे श्री गणेशमुनि शास्त्री ने वर्तमान जीवन की विभीषिकाओ पर दृष्टि केन्द्रित करते हुए अपने अनुभवो द्वारा विज्ञान और आध्यात्मिक सस्कृति का समन्वयात्मक अध्ययन सरलतापूर्वक प्रस्तुत कर रुचिशील पाठको का ज्ञान सवर्धन किया है, विज्ञान जैसे वहिर्जगत् से सबद्ध विषय से लेकर धर्म, अहिसा और दर्शन जैसे आल्यात्मिक जीवन-प्रेरक तत्वो से सम्बन्ध स्थापित कर धर्म और समाज की जो सेवा को है, वह स्तुत्य है। -मुनि कातिसागर आधुनिक विज्ञान और अहिंसा' एक आदर्श कृति है। युवक क्रान्तदर्शी सन्त श्री गणेशमुनि शास्त्री का प्रस्तुत उपक्रम आधुनिक युग की साहित्य सर्जना मे वेजोड है। -श्रमण' वाराणसी
SR No.010166
Book TitleBhagavana Mahavira ke Hajar Updesh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGaneshmuni
PublisherAmar Jain Sahitya Sansthan
Publication Year1973
Total Pages319
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
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