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________________ २७२ अपभ्रंश और हिन्दी में जैन रहस्यवाद जोणीरुसिद्धहं साईयउ अरिज्भिय तं भाएहि । मोखु महापुरु णीयडउ आणन्दा ! भव दुहु पाणिय देहि || १४ || जिणु असमत्युवि मुग्ण भणइ, तारण मल्लु न होई । मारगु तिहुवण प्रक्खियउ, अणन्दा ! अप्पा करइ सु होई ॥१५॥ जिम वइसार कट्ठमहि कुसुमइ परिमलु होई । सिंह देह मइ बसइ जिव, प्राणन्दा ! बिरला बूझइ कोई ||१६|| हरिहर बंभु वि सिव णही मणु बुद्धि लक्खिउण जाई । मध्य सरीरहे सो बसइ अणन्दा ! लीजहिं गुरुहिं पसाई ॥ १८ ॥ फरस रस गन्ध वाहिरउ रुब बिहूणउ सोई । जीव सरीरहं विणु करि अणन्दा ! सदगुरु जाणई सोई ॥ १९ ॥ देउ सचेयणुत्साइयाई तंजिय परि विवहारु । एक समईत्साणा रहहिं अणन्दा ! धग धग कम्म पयालु ॥२०॥ जा पर बहु तब तवई तो विण कम्म हणेई । एक समउ अप्पा मुणइ आणन्दा ! चउ गइ पाणिउ दोई ||२१|| सो अप्पा मुणि जीव तुन्हु अणहंकरि परिहारु । ' सहज समाधिहिं जाणियई प्राणन्दा ! जे जिण सासणि सारु ॥२२॥ अप्पा संजमु सील गुण अप्पा दंसण णाणु । वउ तउ संजम देउ गुरु प्राणन्दा ! ते पावहि णिव्वाणु ||२३|| परमप्पउ जो झावइ सो साच्चउ विवहारु । सम्म बोधइ बाहिरउ प्राणन्दा ! कण विणु गहिउ पयालु ||२४|| माय बकुल जाति विणु णउ तसुरोसुण रांव । ין सम्यक् दिठ्ठिहि जाणियइ आणन्दा ! सदगुरु करई समाउ ||२५|| परमाणन्द सरोवरहं जे मुणि करइ पवेस । अमिय महारसु जई पिबई आणन्दा ! गुरुस्वामिहि उपदेसु ||२६|| महि साहि रमणिहिं रमहिं रमहिं जे चक्काहि हवेइ | ाबले जिणेव मुणि आणंदा ! सिवपुरि णियेडा होहि ||२७|| सिक्ख सुणइ सदगुरु भाई परमानंद सहाउ । परम जोति तसु उल्हसई आणंदा ! कीजइ णिम्मलु भाउ ॥ २९ ॥ इंदिय मण बिछोहियउ चेतणु करइ प्रवेसु । उदय करंत उवारियउ आणंदा ! सुणउ जाणण देउ ||३०|| गयकू भत्थलि जेम दिढ केसरि करई पहारु । परम समाहि ण भुल्लाह आणंदा ! दहियउ दुइ णिरकारु ||३१|| पुव्व किय मल खिज्जुरई गया ण होणई देइ | . अप्पा पुणु मणु रंगियउ आणंदा ! केवलणाण हवेई ||३२|| देव बजावहि दुन्दहिहिं थुणहिं जि बंभु मुरारि । इंद फणिदवि चक्वइ आणंदा ! तिणिवि लागइ पायाई ॥ ३३ ॥ केवलणाणवि उपज्जई सदगुरु वचन पसाउ । जग सु चराचर सो मुणौ प्रामंदा ! - रहरजु सहजु सुभाई ॥ ३४॥
SR No.010154
Book TitleApbhramsa aur Hindia me Jain Rahasyavada
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVasudev Sinh
PublisherSamkalin Prakashan Varanasi
Publication Year
Total Pages329
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size60 MB
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