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________________ जीवन जीने का छोटा सा ध्येय समस्त विश्व को अपने मे समाकर बैठा है । तत्त्वज्ञान ने सद्विचार वतलाये है, और धर्म हमे उन सद्विचारों के अनुरूप अच्छे श्राचरणो की शिक्षा देता है । अच्छा जीवन जीने का प्रश्न इसके अन्तर्गत होने से बुद्धि के विपय मे अनुपम और अद्भुत सप्तभंगी दिन व दिन के जीवनव्यवहार में हमे किस प्रकार उपयोगी हो सकती है, यह समझना आवश्यक है | इस बात पर विचार करते समय 'स्यादवाद - समग्र' हमारे लिए अत्यन्त उपकारक है, यह तथ्य आ खडा होगा । फिर भी यह प्रकरण सप्तभगी विपयक होने के कारण हम इस बात की पहले जाच करे कि हमे इसकी जानकारी से क्या व्यावहारिक लाभ होता है । इसके लिए 'वेरिस्टर चक्रवर्ती' नामक एक कल्पित पात्र लेकर अव हमारे सम्मुख एक नया प्रकरण आता है। चलिए उसका परिचय प्राप्त करे ।
SR No.010147
Book TitleAnekant va Syadvada
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandulal C Shah
PublisherJain Marg Aradhak Samiti Belgaon
Publication Year1963
Total Pages437
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Religion, & Philosophy
File Size13 MB
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