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________________ भागी है, क्योकि सारा रक्तपात उसी की आज्ञा पर ही हुआ है । सैनिको को भी अपनी-अपनी भावनाओ के अनुसार हिसा का दोष लगेगा। यहा पर सैनिको की भावनाओ का स्पष्टीकरण करना उचित रहेगा। (अ) कुछ सैनिक तो यह सोचते होगे कि बहुत समय के पश्चात् यह युद्ध का अवसर आया है। हम विपक्ष के सैनिको को चुन-चुन कर मारेंगे, वहाँ के नागरिको का धन लूटेगे और उनकी सुन्दर महिलाओ का अपहरण करके ले जायेगे और उनको अपने घरो मे रखेंगे। (ब) कुछ सैनिक यह सोचते होगे कि व्यर्थ मे रक्तपात करने से क्या लाभ ? विपक्ष के जो सैनिक हमारा सामना करेंगे हम केवल उन्ही से युद्ध करेंगे। (स) कुछ सैनिक यह सोचते होगे कि हम तो अपने राजा के सेवक हैं, जैसी राजा ने आज्ञा दी है वैसा ही हमे करना पड़ रहा है, वरना विपक्ष के सैनिको से हमारी कोई शत्रुता तो है नहीं। इस प्रकार प्रत्येक सैनिक की भिन्न-भिन्न भावनाएं होगी और उनकी अपनी-अपनी भावनाओ के अनुसार ही उनको हिसा का दोष लगेगा। (४) एक व्यक्ति के शरीर पर एक चीटी चढ जाती है और वह उसको काट भी लेती है। उस व्यक्ति की प्रतिक्रिया निम्नलिखित तीन प्रकार से हो सकती है। (अ) वह व्यक्ति बिना विशेष ध्यान दिये उस स्थान को, जहा पर चीटी चल रही है, हाथ से मल देता है। इस प्रकार हाथ से मलने पर वह चीटी मर भी सकती है और बच भी सकती है।
SR No.010132
Book TitleMahavir aur Unki Ahimsa
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrem Radio and Electric Mart
PublisherPrem Radio and Electric Mart
Publication Year1974
Total Pages179
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
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