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________________ ( ४२ ) उत्तर-आपस में बिल्कुल मिले हुए नहीं हैं क्योंकि हमने . छह द्रव्यों के पि को विश्व नहीं कहा है । परन्तु छह द्रव्यों के समूह को विश्व कहा है इसलिए प्रत्येक द्रव्य अपना अपना कार्य करता है किसी का किसी दूसरे द्रध्य से किसी भी प्रकार का सम्बध , प्रश्न (१०६)-छह द्रव्यों के समूह को विश्व कहते हैं इन छह द्रव्यों में प्रापस में कैसा सम्बंध है? उत्तर-एक क्षेत्रावगाही सम्बंध है क्योंकि समयसार गा० ३ में कहा है कि "अत्यन्त निकट एक क्षेत्रावगाह रुप से तिष्ठ रहे है तथापि वे सदा काल अपने स्वरुप से च्युत नहीं होते"। प्रश्न (११०)--सम्बंध कितने प्रकार का है ? उत्तर- तीन प्रकार का है, (१) नित्यतादात्म्य सम्बंध (२) अनित्य तादात्म्य सम्बंध (३) एक क्षेत्रावगाही सम्बंध। प्रश्न (१११)--नित्य तादात्म्य सम्बंध किसका किसके साथ है ? उत्तर - प्रत्येक द्रव्य का अपने अपने गुणों के साथ नित्य-' तादात्म्य सम्बंध है। प्रश्न (११२)-प्रनित्यतादात्म्य सम्बंध किसका किसके साथ
SR No.010118
Book TitleJain Siddhant Pravesh Ratnamala 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDigambar Jain Mumukshu Mandal Dehradun
PublisherDigambar Jain Mumukshu Mandal
Publication Year
Total Pages211
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
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