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________________ ( १२३ ) प्रश्न २३८-मोहनीय कर्म के क्षय मे तीनो उपादान-उपादेय बताओ? उत्तर-प्रश्न २३३ के अनुसार उत्तर दो। प्रश्न २३६-जब उत्पाद होता है, वहां पर उत्पाद के अलावा तीन बातें कौन-कौन सी होती हैं ? उत्तर-(१) उस समय पर्याय की योग्यता क्षणिक उपादानकारण (उत्पाद) (२) अनन्तर पूर्व क्षणवर्ती पर्याय क्षणिक उपादानकारण (व्यय) (३) त्रिकाली उहादानकरण (ध्रौव्य) (४) अनुकूल निमित्त। प्रश्न २४०-धर्मद्रव्य ने जीव को चलाना। इसमे 'जीव चला' पर चार बातें कौन-कौन सी होती हैं ? उत्तर-प्रश्न २३६ के अनुसार उत्तर दो। प्रश्न २४१-मैंने किताब बनाई। इसमें चार बातें कौन-कौन सी होती हैं ? उत्तर-प्रश्न २३६ के अनुसार उत्तर दो। प्रश्न २४२-जीव ने विकार किया तो कर्मबंध हुआ। इसमे चार बातें कौन-कौन सी होती हैं ? | उत्तर-प्रश्न २३६ के अनुसार उत्तर दो। प्रश्न २४३–क्षायिक सम्यक्त्व में चार बातें कौन-कौन सी होती उत्तर- प्रश्न २३६ के अनुसार उत्तर दो। जय महावीर–जय महावीर - ० --
SR No.010117
Book TitleJain Siddhant Pravesh Ratnamala 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDigambar Jain Mumukshu Mandal Dehradun
PublisherDigambar Jain Mumukshu Mandal
Publication Year
Total Pages253
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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