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________________ ( १६ ) श्रावकगण पाल रहे हैं और समस्त संसार से क्षमा मांगने के लिए ही देवसी, रायसी, पक्खी, चौमासी तथा संवत्सरी आदि धार्मिक महापर्व नियत किये गये हैं। इन्हीं सु-संस्कारों से विलायत की आज इतनी उन्नति सुनते हैं। इसलिए प्यारे बच्चो ! अपना एक भी मिनिट व्यर्थ मत खोप्रो । हमेशा पढ़ने में चित्त लगायो । स्वास्थ्य रक्षा पाठ १३-भोजन भोजन ऐसे स्थान पर करना चाहिये कि जहां सन प्रसन्न हो । मन चाही जगह भोजन करने से भोजन जल्द पच जाता है। भोजन बहुत जल्दी २ नहीं करना चाहिये । वहुन जल्दी २ भोजन करने से भोजन की चिकनाई ऊपर को
SR No.010061
Book TitleJain Shiksha Part 03
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages388
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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