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________________ डाकुओ से रक्षा करना राज्यधर्म है, प्रजा धर्म नही । इसके अलावा चढाने वाली वस्तुनो पर भी टैक्स लगाना धर्म को व्यवसाय बना देना है, मेरी सहानुभूति आपके साथ है । 'श्री नवलकिशोर भरतिया, कानपुर मैं सम्मेलन की सफलता हृदय से चाहता हूँ और आशा करता हूँ कि इस सम्मेलन मे कुछ ऐसे महत्वपूर्ण प्रस्ताव स्वीकृत होगे जिनसे भविष्य मे दर्शनार्थियों की असुविधायें दूर हो सकें। ईश्वर आपको तथा प्रापके सहयोगियो को पूर्ण सफलता दे। इस कार्य मे हमारी प्रापके साथ पूर्ण सहानुभूति है । श्री जार्ज अरुण्डेल अ दायर मद्रास आबू के मंदिरो पर टैक्सो की समस्या वास्तव में जैन समाज के सामने गम्भीर प्रश्न होना चाहिए । आशा करता हूँ कि मंदिर दर्शन की धार्मिक स्वतंत्रता की प्राप्ति के लिए कोई प्रयत्न बाकी न रखेगे। मैं आपके सम्मेलन की पूर्ण सफलता चाहता हूँ और प्राशा करता हूँ कि आप इस अन्याय को दूर करने में उचित प्रभाव डाल सकेगे । रायसाहब खुशीराम छारिया, रोहतक मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई कि आप एक ऐसे कार्य के लिए आगे वढ रहे है जिसका सम्बन्ध प्रत्येक नागरिक और उसके मौलिक अधिकारो के साथ है, मंदिर में पूजा अर्चा पर सरकारी टैक्स लगाना एक ऐसा कार्य है जिसका किसी भी न्याय से समर्थन नही हो सकता। मैं इस पुण्य कार्य मे प्रापकी और भापके सहयोगियो की पूर्ण सफलता चाहता हूँ" । मुनि श्री वल्लभसूरजी महाराज, गुजरांनवाला मे और पजाब का श्रीसघ इस पवित्र कार्य मे आपकी सफलता चाहते है । आनरेविल सर शान्तिदास ग्रासकरन एम. एस. जे पी बम्बई मै इस पवित्र आन्दोलन के प्रति अपना सहयोग तथा पूर्ण सहानुभूति प्रगट करता हूँ । मेरा विश्वास है कि सम्मेलन का सगठित आन्दोलन सिरोही राज्य के अधिकारियो की आँखें खोल देगा, तथा उनको इस बात पर बाध्य करेगा कि वे शीघ्र ही इन कठिनाइयो तथा शिकायतो को दूर करने के लिए उचित उपाय ढूँढें । सर श्री मानिकलाल नानावतीजी बम्बई मैं कान्फ्रेस की सफलता चाहता हूँ । दानवीर साहू शान्तिप्रसादजी, डालमियानगर दिलवाडा वू मन्दिर के विषय मे आपका कार्य वास्तव में सराहनीय है और इसमे मेरा आपसे पूर्ण सहयोग है, मै व्यावर के सम्मेलन की पूर्ण सफलता चाहता हूँ । इस विषय मे आप मेरे सहयोग पर विश्वास कर सकते है । [ ३e
SR No.010058
Book TitleTansukhrai Jain Smruti Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJainendrakumar, Others
PublisherTansukhrai Smrutigranth Samiti Dellhi
Publication Year
Total Pages489
LanguageHindi
ClassificationSmruti_Granth
File Size16 MB
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