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________________ प्रनि वर्ष ४ अक्टूबर को प्राणीरक्षक दिवस के नाम से इसे मनाते है। यह १९२८ मे प्रारम्भ हुआ । सन्त फासिस जो जीवो के प्रति वडा प्रेम करते थे उन्होंने यह दिवस प्राणीरक्षक दिवस के नाम से मनाना प्रारम्भ कराया। उनका विचार था हमे पशु, के प्रति शुभ भावनाए रखनी चाहिए । उनकी रक्षा के लिए सतत प्रयत्नशील रहना चाहिए । ___ न्यूजीलैंड मे इस दिन को विशेष उत्साह से मनाते है और ससार के सभी लोग इस प्राणी रक्षक दिवस को मनाकर जीवधारियो के प्रति करुणा का भाव प्रकट करते है । वे इसे एक सप्ताह तक मनाते है । और यह विश्व मे प्राणीरक्षक सप्ताह के रूप मे बड़े उत्साह से मनाया जाता है। इसलिए व्याख्यानो, रेडियो, वार्तालाप, म्यूजिक लालटेन, प्रेस, पत्र और दूसरे साधनो द्वारा शिक्षा विभाग के सहयोग से मनाते है। ___ इस सप्ताह के मनाने का प्रयोजन देश के नौनिहाल बालको के हृदय मे जीवों के प्रति करुणा और दया का भाव जानवरो के प्रति पैदा करना है ताकि वे उदार, दयावान और जीवरक्षक बर्ने । न्यूजीलैंड में एक सोसायटी है जिमका नाम World Weak For Animals Campaign N 17 Bellvedere Street Epsom है। विश्व शाकाहारी सम्मेलन का १७वा अधिवेशन भारत की राजधानी देहनी मे हुमा । उसके सयोजक ला० तनसुखराय थे। विश्व के विविध भागो से ३५० के करीव प्राए हुए प्रतिनिषियो ने इस अधिवेशन में भाग लिया। शाकाहार आन्दोलन ब्रिटेन और पश्चिमी देशो मे बडी तेजी के साथ फैल रहा है। क्योकि लन्दन और दूसरे शहरो मैं इस पान्दोलन को आधुनिक ढग और वैज्ञानिक रीति से सचालन किया जा रहा है। मैंचेस्टर लन्दन की वैजिटेरियन सोसायटी इस सम्बन्ध में उल्लेखनीय कार्य कर रही है। विश्व-अन्तर्राष्ट्रीय शाकाहारी सम्मेलन का प्रारम्भ १९१० में शुरू हो गया था। इस सस्था से विश्व की समस्त शाकाहारी सोसायटियो का सम्बन्ध है । और यह परस्पर सहयोग और एकता के आधार पर चलाई जा रही है। इसके संगठन में । इस सस्था की शक्ति बढी है। ____World Vegetarian Congress का १८वा अधिवेशन २७ अगस्त से ४ सितम्बर १९६५ तक लन्दन मे होने का निश्चय हुआ है। जिस स्थान पर अधिवेशन होगा वह लन्दन का प्रमुख केन्द्र है। और उसका ऐतिहासिक महत्व है। यह स्थान Syanwick है। शाकाहारी सम्मेलन की कार्यकारिणी परिषद् मे हालैन्ड, हेग और चैकोस्लेविया प्रमुख रुचि रखने वाले सदस्य है । प्रत्येक प्रतिनिधि की फीस ३) स्टलिंग है । इस अधिवेशन को वहा कराने का सारा श्रेय ब्रिटेन शाकाहारी आन्दोलन (British Vegetarian Youth Morement) को हे जिसके प्रयत्न से यह अधिवेशन वहा किया जा रहा है। पिछला जो १७वा अधिवेशन दिल्ली मे हुआ उस सम्बन्ध मे देश के विविध भागो से गण्यमान्य राज्याधिकारियों, नेताओं, विद्वानो, सामाजिक कार्यकर्तामो के पत्र-सदेश प्राप्त हुए जिनमै " इस आन्दोलन की प्रशसा की गई थी। और प्रोत्साहन देते हुए लिखा था। इसी प्रकार विदेशी [ २६९
SR No.010058
Book TitleTansukhrai Jain Smruti Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJainendrakumar, Others
PublisherTansukhrai Smrutigranth Samiti Dellhi
Publication Year
Total Pages489
LanguageHindi
ClassificationSmruti_Granth
File Size16 MB
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