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________________ लघुविद्यानुवाद - - पच पाठा पचई पाठार तिन्ह चोरिका सत्व छक्का सतई छकाई चऊ रिक्का एकेन आ ख द पर SkP8/02 12 वृषपीला इम ण र/ 782 EARR मिथुन / कुंभ लाभ रंग 100 ई छ तल अ क ड म .१६३ २-७-४५ कके गुलाबी मेष लाल 22 112 \उड थष ५७ २४ तुला पीला ॐ च दशए प्रधष ८३६१ कन्या २५४७ नील एजनस ओझ पह १८६ ४५२७ वृश्चिक पीला अर पुरुष. द्वाभ्या स्त्री शून्ये नपु सक एकेन जीवा द्वाभ्या धातु शून्येन मूल ३ एकेन लाभ द्वाभ्या न लाभ शून्येन हानि ४ एकेन आकाश द्वाभ्या पाताल शून्येन मृत्यु लोक ॥ ॥ इति॥ एक एक कोठा मे ४ ४ अक्षर १८ अङ्क है । १२ कोठे १२ राशि रग का विवरण है। अकडम चक्रम् __कोई पाठ मन्त्र किसी आ 2 / व्यक्ति को फलप्रद होगा कि नहीं यह जाने के लिए उस मन्त्र या पाठ का नाम का पहला अक्षर और व्यक्ति के नाम के पहले अक्षर का इस चक्र मे नीचे लिखे शब्द बोलकर मिलान करने पर मालूम हो जयेगा कि पहले व्यक्ति के नाम से कार्य के नाम के पहले अक्षर को गिनना तो मालूम होगा । सिद्ध, साध्य सुसिद्ध, अरि। 4 4XAXA __ 4A ॐ
SR No.009991
Book TitleLaghu Vidhyanuvad
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKunthusagar Maharaj, Vijaymati Aryika
PublisherShantikumar Gangwal
Publication Year
Total Pages774
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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