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________________ शी कीट, जो अपने माता-पिता से कभी नहीं मिलते-- आप जानकर आश्चर्य करेगे कि कुछ कीट अपने माता-पिता से कभी नही। मिलते। जब उनके बच्चे अडो से जन्म लेते हैं तो वे जानते हैं कि हमें क्या खाता है। और वह कहाँ मिलेगा? इसलिए वे जन्म लेते ही अपने भोजन की ओर चल देते हैं। जिस प्रकार मछली को तैरना नहीं सिखाया जाता, उसी प्रकार कीटों को अपना भोजन ढूँढना कोई नहीं सिखाता। उनकी इस आदत को प्राकृतिक या सहज वृत्ति कहा जाता है। अपनी इसी प्राकृतिक आदत के कारण वे अपने अडो को सुरक्षित रखना तक जानते हैं। प्रकृति ने उनके भोजन की व्यवस्था भी इसी प्राकृतिक क्रम में की है। मलूकदास ने इस सदर्भ में ठीक ही कहा है - अजगर करे न चाकरी, पछी करे न काम । दास मलूका कहि गए, सबके दाता राम।। Aunter - LALITPUDENTare Patiaurat सरकार AMRPAMपाव M ZERurfarming - - Kripat VasataramtOR3) N कीट पतगों को आश्चर्यजनक बातें 021
SR No.009966
Book TitleKeet Patango ki Ascharyajanak Baten
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRajnish Prakash
PublisherVidya Vihar
Publication Year1960
Total Pages69
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size2 MB
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