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________________ 6.0 1. 2. 3. 4. 5. 6. 7. 8. 9. 10. 11. 12. 13. 14. 15. 16. 17. 18. 19. 20. 21. 22. 23. 24. 25 26. 27. संदर्भ सूयगडो (1)/1/1 सूयगडो (1)/1/1 का टिप्पण संख्या - 1 भगवती / श 1/उ.6 / क्रिया पद सूत्र 276-286 प्रज्ञापना सूत्र / अष्टम संज्ञापद / 734-735 में उद्धृत मलय, वृत्ति पत्रकां 223 दसवैकालिक 4/11 प्रश्नव्याकरण सूत्र 1/4/81 प्रश्नव्याकरण (आचार्य श्री मिश्रीमलजी ) 1 /4/81 प्रश्नव्याकरण (अमर मुनि) 1 /4/81 तत्त्वार्थ सूत्र 7/11 जैन सिद्धांत दीपिका 7/9 A Sanskrit English Dictionary Pg.60 जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश, पृ. 191 में उद्धृत - द.पा.टी. 9 /9/4, ध.अ. 4/173 जैन आचार मीमांसा / पृ. 125 में उद्धृत (अ) धर्मामृत अनगार (ब) भगवती आराधना प्रश्नव्याकरण (मधुकर मुनि) 1/4/81 प्रश्नव्याकरण (अमर मुनि) 1 /4/81 जैन सिद्धांत दीपिका 7/9 तत्वार्थ सूत्र 7/11 (विवेचन) पाइयसमहणणयो प्रतीक्षा / पृ. 4 (Foot Note No. 2) ठाणं 3/10 दसवैकालिक 4/14 के टिप्पण में उद्धृत (क) (TT) ठाणं 3/12 ठाणं 3 / 12 के टिप्पण में उद्धृत स्थानांग वृत्ति, पत्र 100 आचारांग भाष्यम् 5 (1)/15 दसवे आलियं, 4/16 के टिप्पण संख्या 60 में उद्धृत जि.चु.पृ 150 जैन लक्षणावली पृष्ठ 829 में उद्धृत मूलाचार 5/95, अचू.पू. 84 हाटी प. 148 (ख) जिचू पृ. 150 73
SR No.009963
Book TitleJain Vangmay me Bramhacharya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinodkumar Muni
PublisherVinodkumar Muni
Publication Year
Total Pages225
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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