SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 79
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ अपूर्व चमत्कार ? पूर्वगत गुप्त महाविद्याओं का भंडार ? ? विद्यारत्न महानिधिः [ दशपूर्वधर भगवान श्री भद्रगुप्ताचार्यकृत भाषांतर ओर १० यंत्र सहित. ] इस ग्रंथकी तारीफके विषयमें क्या लिखा जाय, जबकि इसकीमहिमा स्वयं इसके नामसेही प्रकट हो रही है ! न्योछावर २५ रुपये, इसमें अनेक प्रकारकी पूर्वगत गुप्त विद्याएँहै जो थोडासा श्रम करनेपरही अपने चमत्कारोंको बताती है कितनीक विद्या एसी है जो पढनेसे सिद्ध होजातीहै. मैं पाठक महानुभावोंको सादर निवेदन करताहूं कि इस ग्रंथकी एक एक प्रति अवश्य खरीदें. और इसके चमत्कारोंको देखें, यह कहना कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी कि यह इसजगती तलपर अपनी शानी नहीं रखता ! 'बडेही सौभाग्याकी बात है की शासन देवकी कृपासे तृ. आवृत्ती भी खलास होने आई है. - ज्योतिष शास्त्रका अद्भुत नमुना ! जिस ग्रंथके लिये जनता विचार करतीथी वही ज्योतीषशास्त्रका खजाना अहंस चुडामणी सारसटीक आज तिसरी आवृत्ती छपके तयार है. मूल कीमत रु. ३ व भेटकी कीमत रु.१॥ ईस ग्रंथमें आपको क्या मिलेगा ज्योतिषका सार ? पुछे हुये प्रश्नोके उत्तर ? ? भुत भविष्य वर्तमान की बाते जाननेकी चाबी ? ? ? यह ग्रंथ संग्रह करनेसे आपको सब कुछ जाननेको मिलेगा. आप स्वयं इस ग्रंथके द्वारा तमाम ज्योतिषका सार जान लेंगे. ---- - ----- उपसर्गहरस्तोत्र यंत्र.. इस यंत्रको आप जरूर अपने पासमे रखो इसी यंत्रको पास रखनेसे सर्व प्रकारकी सिद्धी कोरट, कचेरीमे जीत धनप्राप्ति वगैरे व्यापार मे लाभ, दुश्मनका पराजय इत्यादि वस्तुओंकी प्राप्ति होती है. इस यंत्रकी साधना परमपूज्य श्रीन्यायविशारद न्यायाचार्य श्रीयशोविजयजीने करीथी वही वि के साथ भेजा जाता है. न्योछावर मुल किमत रु. ११ भेट किमत -11 Aho! Shrutgyanam
SR No.009872
Book TitleAnubhutsiddh Visa Yantra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMeghvijay
PublisherMahavir Granthmala
Publication Year1937
Total Pages150
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy