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________________ भावनाबोधमेंसे विचार करने योग्य प्रश्न वचन सुनकर दृढप्रहारीने क्या किया? 4. चार हत्याएं करने के बाद उसे क्या विचार आया? 5. दीक्षा लेनेके बाद कहाँ पर खड़ा रहा? समभाव रखनेसे क्या प्राप्त किया? लोकस्वरूपभावना (पृष्ठ 34) 1. लोकका स्वरूप किस प्रकारसे हैं? उसको जाननेसे हमको क्या फायदा होगा? बोधदुर्लभभावना (पृष्ठ 36) 1. सच्चा ज्ञान किसे कहते है ? 2. इस समयमें सच्चा ज्ञान प्राप्त होना क्यों दुर्लभ है ? 3. और जो ज्ञान मिला उसके आधार पर चलनेमें जीवको क्या मुश्किली लगती है ? धर्मदुर्लभभावना (पृष्ठ 36) 1. सतधर्मके सच्चे उपदेशक किसको कहना? 2. इस जमानेमें उनका उपदेश मिलना क्यों दुर्लभ हो गया? बाहुबल (पृष्ठ 36) 1. भरत चक्रवर्तीका चक्र आयुधशालामें क्यों प्रवेश नहीं करता है ? 2. भरत चक्रवर्तीने क्रोधके आवेशमें आकर बाहुबल पर क्या छोडा ? 3. चक्रने बाहुबलको क्यों मारा नहीं? 4. बाहुबलने क्रोधमें आकर क्या किया ? 5. मुष्टि उठाने पर तत्काल क्या विचार आया? 6. उस मुष्टिसे बाहुबलने क्या किया? 7. ऋषभदेव भगवानके पास जाते समय क्या विचार आया? 8. जंगलमें कितने समय खड़े रहे ? 9. उनको समझाने के लिये दो बहिनोंको किसने भेजा ? 10. भाईयों को वंदन करनेके लिये पग उठाते ही क्या प्राप्त हुआ? कामदेव श्रावक (पृष्ठ 38) 1. सुधर्मा सभामें इन्द्रने कामदेवकी क्या प्रशंसा की? 2. देवोने आकर कामदेवको क्या किया? 3. भगवानने मुनिओको कामदेवका दृष्टांत किस लिये दिया? वसुराजा (पृष्ठ 40) 1. पर्वत और नारद शास्त्राभ्यास करते समय पर्वत क्या बोला? 2. नारदने कहा-अजका क्या अर्थ है ? पर्वतने क्या कहा ? 3. पर्वतकी माता रातको किसके पास गइ? / 4. सुबहमें नारद और पर्वत वसुराजाके पास आये तब वसुराजाने क्या जवाब दिया? 5. वसुराजाने असत्य बोलने से क्या फल पाया? सुभुम चक्रवर्ती (पृष्ठ 42) 1. सुभुमने छ खंड जीतकर दूसरे कितने खंड जीतनेकी चाहना की? 2. धातकी खंडके छ खंड जीतनेकी किस लिये इच्छा की ? 3. धातकी खंडमें जानेके लिये उसने क्या किया? 4. चर्मरत्नके कितने देव रक्षा करनेवाले होते है ? 5. उन देवोने क्या विचार किया? 6. सब देव जाने पर 62
SR No.009867
Book TitleDrushtant Kathao
Original Sutra AuthorShrimad Rajchandra
AuthorHansraj Jain
PublisherShrimad Rajchandra Ashram
Publication Year2011
Total Pages68
LanguageMarathi
ClassificationBook_Other & Rajchandra
File Size47 MB
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