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________________ TA 'विमला' म्याल्योपेता जो मिलाये हुए अंक २४ हों तो सब कार्य में मंगल होगा। जाने में, आने में, सेवा में, जीवन-मरण में और व्यापारादिक कार्य में सिद्धि होगी॥९॥ जो २५ हो तो कहना कि तुम्हारे मनोरथ बहुत बड़े हैं सिद्धि होगी औरों का विश्वास मत करो, अपने बाहुबल से कार्य करो॥१०॥ जो अंक मिलाने से ३१ हो तो कहना कि जो विचारा है सो होगा, सर्व कार्य में सिद्धि और व्यापार में लाभ होगा ॥११॥ यदि ३२ तदा कार्य विनष्टं परन्तु सकलं भविष्यति ॥ १२ ॥ यदि ३३ एतत प्रश्ने भव्यं न दृश्यते कार्यमा कुर॥ १३ । यदि ३४ यत् किचित्करोषि उद्विग्नमते शृणु तव कार्य भविष्यति उद्यमपरो भव ।। १४॥ यदि ३५ अस्मिन् प्रयाणे उद्यमे अन्यत्प्रारम्भे जयेः ॥ १५ ॥ याकमेलने ४१ तव कार्य भविष्यति नात्र सन्देहः ॥ १६ ॥ यवि ४२ उद्यमपरो भव कार्ये स्वयमेव ध्रुवं सिद्धिः ।। १७ ॥ Om यदि ४३ सिद्धिः सर्वत्र लभ्यते ॥ १८॥ जो अक संयोग करने से ३२ हो तो कार्य का नाश कहना परन्तु पीछे से सकल कार्य की सिद्धि होगी ऐसा कहना ॥ १२ ॥ जो ३३ हो तो कहना कि इस प्रश्न में कल्याण नहीं देखते हैं इससे यह काम मत करो ॥ १३॥ जो ३४ हो तो कहे कि हे उद्विग्न चित्तवाले सुनो, जो कुछ करोगे वह सब तुम्हारा कार्य होगा, उद्यम करो ।। १४ ।। , यदि अंक मिलाने से ३५ हो तो कहना कि इस यात्रा में और उद्यम में कार्यसिद्धि नहीं होगी दूसरी बार प्रारम्भ करने से जय होगा ॥ १५ ॥ ___ अंक मिलाने से ४१ हो तो कहना कि तुम्हारा कार्य होगा इसमें सन्देह नहीं ।। १६ ॥ जो अंक ४२ हो तो कहिये उद्यम करो, कार्य को स्वयं करने से निश्चय सिद्ध होगा ॥ १७ ॥ ___ जो अंक ४३ हो तो कहे कि तुम्हारे सब कार्य में सिद्धि देखते हैं कार्य होंगे ॥ १८ ॥ http://www.Apnihindi.com
SR No.009846
Book TitleJyotish Prashna Falganana
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDayashankar Upadhyay
PublisherChaukhamba Vidyabhavan
Publication Year1975
Total Pages53
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size2 MB
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