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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir १५८ पन्नवणा - २२/11१२९ पारियावणियाए किरियाए पुढे पाणाइवाय किरियाए पुढे अत्थेगइए जीवे एगइओ जीवाओ जं समयंकाइयाए अहिगरणियाए पाओसियाए किरियाए पुढे तं समयं पारियावणियाए किरियाए पुढे पाणाइवायकिरियाए अपुढे अत्यंगइएजीवेएगइयाओजीवाओजंसमयंकाइयाए अहिगरणियाए पाओसियाए किरियाए पुढे तं समयं पारियावणियाए किरियाए अपुढे पाणाइवायकिरियाए अपुढे अत्यंगइए जीवे एगइयाओ जीवाओ जं समयं काइयाए अहिंगरणियाए पाओसियाए किरियाए अपुढे तं समयं यारियावणियाए किरियाए अपुढे पाणाइवायकिरियाए अपुढे ।२८४-282 (५३०) कइणं भंतेकिरियाओपनत्ताओगोयमापंच० आरंभियापरिग्गहिया मायावत्तिया अपञ्जक्खाणकिरिया मिच्छादसणवत्तिया, आरंभिया णं भंते किरिया कस्स कञ्जति गोयमा अण्णयकस्सावि पमत्तसंजयस्स परिगहिया णं भंते किरिया कस्स कज्जति गोयमा अण्णयरकस्सावि संजयासंजयस्स मायावत्तिया णं मंते किरिया कस्स कजति गोयमा अण्णयरस्सावि अपमत्तसंजयस्स अपच्चक्खाणकिरिया गं भंते कस्स कञ्जति गोयमा अण्णयरस्सावि अपच्चक्खाणिस्स मिच्छादसणवत्तियाणं भंते किरिया कस्स कजति गोयमा अण्णयरस्सावि मिच्छदंसणिस्स नेरइयाणं भंते कति किरियाओ पनत्ताओ गोवमा पंच० आरंभिया जाव मिच्छादसणवत्तिया एवं जाव वेमाणियाणंजस्सणं भंतेजीवस्स आरंभियय किरिया कजति तप्स परिगहिया किरिया कजति जस्स परिगहिया किरिया कन्नइ तप्स आरंभिया किरिया कन्नति गोयमा जस्स णं जीवस्स आरंभिया किरिया कजति तस्स परिग्गहिया किरिया सिय कञ्जति सिय नो काइ जस्स पुण परिग्गहिया किरिया कजइतस्स आरंभिया किरिया नियमा कञ्जति जस्सगंभंते जीवस्स आरंभिया किरिया कन्नति तस्स मायावत्तिया किरिया कज्जइपुच्छा गोयमाजस्सणंजीवस्स आरंभिया किरिया काइ तप्स मायावत्तिया किरिया नियमा कञ्जइ जस्स पुण मायावत्तिया किरिया कजइ तस्स आरंमिया किरिया सिय कजइ सिय नो कजइजस्सणं भंते जीवत्स आरंभिया किरिया कज्जइ तस्स अपचक्खाणकिरिया कम्जइ पुच्छा गोयमा जस्स णं जीवस्स आरंभिया किरिया कन्नइ तस्स अप्पजक्खाणकिरिया सिय कन्जइ सिय नो कजइ जस्स पुण अपचक्खाणकिरिया कजति तस्स आरंभिया किरिया नियमा कजति एवं मिच्छादसणवत्तियाए वि समं एवं परिगहिया वि तिर्हि उवरिप्लाहिं समं चारेयव्या जस्स मसायाचत्तिया किरिया कजति तस्स उवरिल्लाओ दो वि सिय कचंति सिय नो कजंति जस्स उवरिल्लाओ दो कनंति तस्स मायावत्तिया नियमा कजति जस्स अपच्चक्खाणकिरिया कजति तास मिच्छादसणवत्तिया किरिया सिय कनइ सिय नो काइ जस्स पुणमिच्छादसणवत्तिया किरिया कजति तस्स अपचक्खाणकिरिया नियमा कजति नेरइयस्स आइलियाओ चत्तारि परोप्परं नियमा कजंति जस्स एताओ चत्तारिकचंति तस्स मिच्छादंसणवत्तिया किरिया भइज्जति जस्स पुण मिच्छादसणवत्तिया किरिया कजति तस्स एयाओ चत्तारि नियमा कचंति एवं जाव यणियकुमारस्स पुढविक्काइयस्स जाव चारिदियस्स पंच वि परोप्परं नियमा कजंति पंचेदियतिरिक्खजोणियस्स आइल्लियाओ तिण्णि वि परोप्परं नियमा कजति जस्स एयाओ कजंति तस्स उवरिल्लाओ दो मइज्जति जस्स उवरिल्लाओ दोण्णि कचंति तस्स एताओ तिणि वि नियमा कजति जस्स अपञ्चक्खाणकिरिया तप्स मिच्छादसणवत्तिया सिय कजति सिय नो कजति जस्स पुण मिच्छादसणवत्तियाकिरिया कज्जति तस्स अप्पचक्खाणकिरिया नियमा कन्नति मणूसस्स जहा जीवस्स बाणमंतर-जोतिसियवेमाणियस्स जहा नेरइयस्स जं सपयंणं भंते जीवस्स आरंभिया For Private And Personal Use Only
SR No.009741
Book TitleAgam 15 Pannavana Uvangsutt 04 Moolam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherAgam Shrut Prakashan
Publication Year1996
Total Pages210
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Agam 15, & agam_pragyapana
File Size4 MB
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