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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir २५८ पगवई - १२/1४/५३८ एगयओ चत्तारि परमाणुपोग्गला एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ तिण्णि परमाणुपोग्गला एगयओ दो दुपएसिया खंधा भवंति छहा कज्जमाणे एगयओ पंच परमाणुपोग्गला एगयओ दुपएसिए खंधे भवइ सतहा कजमाणे सत्त परमाणुपोग्गला भवंति __अट्ठ मंते परमाणुपोग्गला [एगेयओ साहण्णति साहणित्ता किं भवई गोवमा अदुपएसिए खंधे मवइ से भिज्नमाणे दुहा वि जाव अट्ठहा वि कजइ-दुहा कज्जमाणे एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ सत्तपएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ दुपएसिए खंधे एगयओ छप्पएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ तिपएसिए खंधे एगचओ पंचपएसिए खंधे भवइ अहवा दो चउप्पएसिया खंधा भवंति तिहा कज्जमाणे एगयओ दो परमाणुपोग्गला भवंति एगयओ छप्पएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ दुप्पएसिए खंधे एगयओ पंचपएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ तिपएसिए खंधे एगयओ चउप्पएसिए खंधे मवइ अहवा एगयओ दो दुपएसिया खंधा एगवओ चउप्पएसिए खंधे भवइ अहया एगयओ दुपएसिए खंधे एगवओ दो तिपएसिया खंधा भवंति चउहा कन्जमाणे एगयओ तिण्णि परमाणुपोग्गलाएगयओ पंचपएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ दोण्णि परमाणुपोग्गला एगयओ दुपएसिए खंधे एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ दो परमाणुपोग्गला एगयओ दो तिपएसिया खंधा भवंति अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ दो दुपएसिया खंधा एगयओ तिपएसिए खंधे भवई अहवा चत्तारि दुपएसिया खंधा भवंति पंचहा कज्जमाणे एगयओ चत्तारि परमाणुपोग्गला एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ तिण्णि परमाणुपोग्गला एगयओ दुपएसिए खंधे एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ अहवा एगवओ दो परमाणुपोग्गला एगयओ तिण्णि दुपएसिया खंधा भवंति छहा कज्जमाणे एगयओ पंच परमाणुपोग्गला एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ चत्तारि परमाणुपोग्गला एगयओ दो दुपएसिया खंधा भवंति सत्तहा कज्जमाणे एगयओ छ परमाणु पोग्गला एगवओ दुपएसिए खंधे भवइ अट्टहा कञ्जमाणे अट्ठ परमाणुपोग्गला भवंति नव भंते परमाणुपोग्गला [एगयओ साहाणंति साहणित्ता किं भवइ] गोयमा [नवपएसिए खंधे भवइ से भिज्जमाणे दुहा वि जाद नवहा वि कजइ)-दुहा कज्जमाणे एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ अट्ठपएसिए खंधे मवइ [अहवा एगयओ दुपएसिए खंधे एगयओ सत्तपएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ तिपएसिए खंधे एगयओ छप्पएसिए खंधे मवइ] अहया एगयओ चउप्पसिए खंधे एगयओ पंचपएसिए खंधे भवइ तिहा कज्जमाणे एगयओ दो परमाणुपोग्गला एगवओ सतपएसिए खंधे मवइ अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ दुपएसिए खंधे एगयओ छएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ तिपएसिए खंधे एगयओ पंचपएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ दो चउप्पएसिया खंधा भवंति अहवा एगयओ दुपएसिए खंधे एगयओ तिपएसिए खंधे एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ अहवा तिण्णि तिपएसिया खंधा भवंति छउहा कञ्जमाणे एगयओ तिण्णि परमाणुपोग्गला एगयओ छप्पएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ दो परमाणुपोग्गला एगयओ दुपएसिए खंघे एगयओ पंचपएसिए खंघे भवइ अहवा एगयओ दो परमाणुपोग्गला एगयओ तिपएसिए खंधे एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ दो दुपएसिया खंधा एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ दुप्पएसिया खंधा एगयओ तिपएसि या खंधा भवइ पंचहा कज्जमाणे For Private And Personal Use Only
SR No.009731
Book TitleAgam 05 Vivahapannatti Angsutt 05 Moolam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherAgam Shrut Prakashan
Publication Year1996
Total Pages514
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Agam 05, & agam_bhagwati
File Size10 MB
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