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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir दसमं सतं - उद्देसो-५ २२३ जहा - रूपा रूपसा सुरूया रूपगावतो रूपकंता रूयष्यमा तत्थ णं एगमेगाए देवीए ऐगमेगं देवीसहस्सं परिवारे अवसेसं जहा धरणस्स भूयाणंदस्स णं भंते नागकुमारिंदस्स नागकुमाररणो नागचित्तस्स - पुच्छा अजो चतारि अग्गमहिसीओ पत्रत्ताओ तं जहा- -सुनंदा सुभद्दा सुजाया सुमा तत्स्थ णं एगमेगाए देवीए एगमेगं देवीसहस्सं परिवारे अवसेसं जहा चपरलोगपालाणं एवं साणं तिण्ह वि लोगपालाणं जे दाहिणिल्ला इवा तेसि जहा धरणिंदस्स लोगपालाण वि तेसिं जहा धरणस्स लोगपालाणं उतरिल्लाणं इंद्राणं जहा भूयाणंदस्स लोगपालाणं वि तेसिं जहा भूयाणंदस्स लोगपालाणं नवरं - इंदाणं सव्वेसिं राहाणीओ सीहासणाणि य सरिसणामगाणि परियारो जहा मोउद्देसए लोगपालाणं सव्वेसिं राहाणीओ सीहासणाणि य सरिसणामगाणि परियारो जहा चमरस्स लोगपालाणं, कालस्स णं भंते पिसाविंदस्स पिसायरण्णो कति अग्गमहिसीओ पत्रत्ताओ अजो चत्तारि अहिसीओ पन्नत्ताओ तं जहा- कमला कमलप्पभा उप्पला सुदंसणा तत्थ णं एगमेगाए देवीए एगनेगं देवीसहस्सं परिवारो सेसं जहा चमरलोगपालाणं परिवारो तहेव नवरं कालाए रायहाणीए कालंसि सीह्रासणंसि सेसं तं चैव एवं महाकालस्स वि सुरूवस्स णं भंते भूतिदस्स भूतरण्णो- पुच्छा अज्जो चत्तारि अग्गमहिसीओ पत्रत्ताओ तं जहा ख्ववई बहुरूया सुरूवा सुभगा तत्थ णं एगमेगाए देवीए एगमेगं देवीसहस्सं परिवारे सेसं जहा कालस्स एवं पडिवस्स वि पुण्णभदस्य णं भंते जदिस्स पुच्छा अजी चत्तारि अग्गमहिसीओ पत्रत्ताओ तं जहा पुण्णा बहुपुणिया उत्तमातार्या तत्थ णं एगमेगाए देवीए एगमेगं देवीसहस्सं परिवारे सेसं जहा कालस्स एवं माणिभदस्स वि भीमस्सगं भंते रक्खादिस्स- पुच्छा अनो चत्तारि अग्गमहिसी ओ पन्त्रत्ताओ तं जहा पउमा वसुमती कणगावगप्पभा तत्य णं एगमेगाए देवीए एगमेगं देवीसहस्सं परिवारे सेसं जहा कालस्स एवं महाभीमस्स व निरस्स णं पुच्छा अज्जो चत्तारि अग्गमहिसीओ पत्रत्ताओ तं जहा-वडेंसा केतुमती रतिसेणा रइप्पिया तत्थ णं एगमेगाए देवीए एगमेगं देवीसहस्सं परिवारे सेसं तं चैव एवं किंपुरिसस्स वि, सप्पुरिसस्स णं पुच्छा अज्जो चत्तारि अग्गमहिसीओ पत्रत्ताओ तं जहा - रोहिणी नवमिया हिरी पुप्फबती तत्थ णं एगमेगाए देवीए एगमेगं देवीसहस्सं परिवारे सेसं तं चेत्र एवं महापुरिसस्स वि अतिकायस्स णं पुच्छा अजो चत्तारि अग्गमहिसीओ पत्रत्ताओ तं जहा भुयगा भुयगवती महाकच्छा फुडा तस्य णं एगमेगाए देवीए एगमेगं देवीसहस्सं परिवारे सेसं तं चैव एवं महाकायस्स वि, गीयरहस्स णं पुच्छा अजो चत्तारि अग्गमहिसीओ पत्रत्ताओं तं जहा- सुधोसा बिमला सुसरा सरस्ई तत्य णं एगमेगाए देवीए एगमेगं देवीसहस्सं परिवारे सेसं तं चैव एवं गीजस वि सच्चे एएसि जहा कालस्स नवरं सरिसनामियाओ रायहाणीओ सीहसणाणि य सेसं तं चैव, चंदस्स णं भंते जोइसिंदस्स जोइसरण्णो-पुच्छा अज्जो चत्तारि अग्गमहिसीओ पन्नत्ताओ तं जहा - चंदप्पा दोसिणाभा अधिमाली पभंकरा एवं जहा जीवाभिगमे जोइसियउद्देसए तहेव सूरस्स विसरण्पभा आयवा अचिमाली पभंकरा सेसं तं चैव जाव नो चेव णं मेहुणवत्तियं इंगालस्स णं मंते महग्गहस्स कति अग्गमहिसीओ - पुच्छा अजो चत्तारि अग्गमहिसीओ पत्ताओ तं जहा - विजया वेजयंति जयंती अपराजिया तत्थ णं एगमेगाए देवीए एगमेगं देवीसहस्स परिवारे सेसं जहा चंदस्स नवरं-इंगालवडेंसए विमाणे इंगालगंसि सीहासांसि सेसं तं चैत्र एवं वियालगस्स वि एवं अट्ठासीतिए वि महग्गहाणं माणियव्वं जाव भावकेउस्स-वडेंसगा सीहासणाणि य सरिसनामगाणि सेसं तं चैव सक्कस्स णं भंते देविंदस्स देवरण्णी-पुच्छा अज्जो अट्ट For Private And Personal Use Only
SR No.009731
Book TitleAgam 05 Vivahapannatti Angsutt 05 Moolam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherAgam Shrut Prakashan
Publication Year1996
Total Pages514
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Agam 05, & agam_bhagwati
File Size10 MB
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