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________________ प्राचीनजैनलेखसंग्रह। लेख १ ( हाथीगुम्फा लेख.) - -*०* नीचे आपेली नकल मारा लेखनी साथे तैयार करेली मारी नकल उपरथी छे. में जनरल कनींगहाम अने मेजर कीटुनी नकलो जोइ छे अने वापरी छे तथा पाठोमा जे फेरफार छे ते टीपमा आप्या छे. जे भागनी नीचे लीटीओ दोरी छे ते शंकाग्रस्त छे अने मूळ लेख साथे तेने काळजीपूर्वक मेळववो जोइए. नकल. (१) नमो अरहतान नमो सवसिधानं घेरेने महाराजेन महामेघवाहनेन चेतराजैवसवधनेनं पसयसुभैल१. कीटुनी नकलमां मो खोटो छे. जनरल कनिंगहाम ते खरं आपे छे. फोटोग्राफमां पण ते जुएं छे. २. हजु सुधी बधा विद्वानो वे ने बदले ऐ वांचे छे, जे शब्द ऐरेन एम कहे छे पण ऐ अक्षर हजु सुधी प्राकृतमा जोवामां आव्यो नथी, त्यारे वेरस एज वंशना बीजा राजानु विशेषण छे एम लेख नं. २ उपरथी जणाय छे. ( प्रीन्सेपना लेखामां नं. ६). वे नो व, मेघवाहनना वा ना व जेवो छे. फेर एटलो छ के तेनुं गळं सांकडं कर्यु छ जेथी ते ऐ जेवो लागे छे. ३. *K अने C बन्नेमा चेतराजना रा ने बदले का छे. पण ए * K (के) थी मेजर कीड ( Kittoe ) मी नकल समजवी. अने C (सी) थी जनरल कनींग हाम ( General Cunningham.) नी कॉपी समजवी.-संग्राहक vvvvvvv ww "Aho Shrut Gyanam"
SR No.009685
Book TitlePrachin Jain Lekh Sangraha Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinvijay
PublisherAtmanand Jain Sabha
Publication Year1917
Total Pages124
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size4 MB
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