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________________ (११४ ) श्री दादावाडी - साहगंज । श्री महावीरखामी के वेदी पर । [1407] संवत् १९७५ मिति वैशाख सुदि ३ सोमवारे मुलीचन्द के पुत्र प्यारेलाल चोरडिया की बहूने वेदी बनाई ॥ चरणों पर । [1498] ॥ सं० १४४ मिति आषाढ़ सुदि १० श्री गोतमस्वामीजी प्रतिष्ठितं । पं० संवेगी श्री रणधीर विजय कारापितं । [1400] श्री अर्गलपुरे साहगले प्रथम प्रतिष्ठा संवत् १७ मिति ज्येष्ट सुदि १५ खरतरगडे भी १०७ श्री जिनकुशल सूग्जिी के पाचुके संवत् १९६४ मिति जेठ सुदी ३ गुरुवार प्रतिष्ठा समय विद्यमान श्री तपागल उपाध्याय श्री वीरविजयजी॥ [1500] ॥ सकस नहारक पुरन्दर जद्वारक श्री १०७ श्री हीरविजय सूरी सरकस्य चरण प्रतिष्ठापितं तपागहे। [1501] ॥ संवत् १९६४ वर्षे ज्येष्ठ शुक्ल २ दिने गुरुवारे श्री यागरा नगरे सकलसंघन श्री सोकागन्छे श्रीमद् प्राचार्य नेमकरणस्य पाका श्री तपागलीय श्रीमद् वीरविजयेन प्रतिष्ठा कारिता ॥ "Aho Shrut Gyanam"
SR No.009679
Book TitleJain Lekh Sangraha Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPuranchand Nahar
PublisherPuranchand Nahar
Publication Year
Total Pages356
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size7 MB
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