SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 36
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ For Private And Personal Use Only बंगालादाश को त्यो मदन जामा राजा राज्य काग तिच्यामातामा दिन बालिग मामलू स लवासाजी तिरासी परिपीता नवसहमानागपुत्री। तासां माहरा ४ बावन वंदन मिया दवी इसराना मां सरतीलाल तिल विलास शिफूल सिरी। लूल सिरी| कपूरीद म्मी। सीगा | गुणमाणिक्कारी नामावलिाग ज्ञान दिन कला। अमृत कला। सदसकला। रमावली ॥ काली। चंदावली | गतिहिंसग निःशुल सिकाइ लि।कमला वृत्ती। कलावती। लीलावती अनु तिसरी निःपरिवृत्ता विश्वविजयश्वलट ट्रामाणिक लकी चबान लगान पायावाद मय सिंहासना सुवर्णमय वीसा गारा गया श्रमगंधर्व सर्व सुवर्स मागवा बीया प्रती६ गवाक हा मुख्या पूर्वस्यादिशिविमान विचमाणा यां गया किसाादा सध।। गवाचिना माग्र सुधा मया निधिकरादिकमलाकदा २४ चापीनामादादिका दिकारीवादमविश्रामरक्षा नाम गाडी मरागिरिवाडी।वारवाडीश्नंदनवाडी॥। सुदर्भमा घटी। मया मारता चंद्र या यातला वली गधी साडीद्वारा निदोय कर्दमनापिंडकरीम । सानो पानी सीगाकी टाकीडा सिलाफीला कादमी रमी हा कमलमा सारा ठोडी यहां का दमना डिबिल्ला डीयू । मदन तुम राय बन परिहासा मालिका कालिका पालिका Folio No. 16 of Ms. G of the Laghu-prabandha-sangraha Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandi
SR No.009675
Book TitleLaghu Prabandh Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJayant P Thaker
PublisherOriental Research Institute Vadodra
Publication Year1970
Total Pages309
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari, Literature, & History
File Size6 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy