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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ४४ पहेलियाँ निकालने से बननेवाला शब्द बल-ताकत से भी ज्यादा है और सभी का दिल जीता जा सकता है। तीसरा अक्षर दूर करने से जो शब्द बनेगा वह अपनाअपना हो तो सब को प्यारा लगता है। और, इन अक्षर से बनने वाला पूरा शब्द एक फूल का नाम है, और तुम्हारे वदन की उपमा के लायक है। अमरकुमार ने तुरंत जवाब दिया : 'तीन अक्षर का वह शब्द है : कमल ।' क-जाने से मल शब्द बनेगा,मल यानी मल | उसे दिल में से दूर करने से मन स्वच्छ बनता है और शरीर भी निर्मल होता है। म-जाने से 'कल' शब्द बनता है। कल यानी कला | बल से न जीते जानेवाले लोगों को कल-कला से जीते जा सकते हैं, इसलिए यह बल से बढकर है। ल-जाने से 'कम' शब्द बनता है। उसका अर्थ है काम | काम तो सब को अपना-अपना ही अच्छा लगता है न! वह है, कमल का फूल जो कि चेहरे की उपमा के लिए चुनते हैं-यह तो सभी जानते ही हैं। राजसभा में आनंद के स्वर गूंजे । सुरसुंदरी ने दूसरी समस्या पेश की : 'तीन अक्षर का एक शब्द है। पहला अक्षर जाने से जो शब्द बनेगा उसका अर्थ होगा 'खड़ी' रही हुई।' दूसरा अक्षर निकालने से जो शब्द होगा उसका मतलब होगा विधवा। तीसरा अक्षर दूर करने से जो शब्द बनेगा वह चीज अनाज में डालने से अनाज का रक्षण होता है। अमरकुमार ने जवाब दिया : 'वह तीन अक्षर का शब्द है ‘राखड़ी'! रा जाने से खड़ी बचेगा। जिसका अर्थ होगा खड़ी हुई। 'ख' निकालने से 'राड़ी' शब्द बनेगा यानि विधवा (गुजराती भाषा में राड़ीउराँड़ेली का अर्थ होता है विधवा)। राख अनाज में डालने से अनाज की सुरक्षा होती है। लोग तालियाँ बजाने लगे। सुरसुंदरी ने तीसरी पहेली पूछी : 'तीन अक्षर का एक शब्द है। उसका पहला अक्षर जाने से जो शब्द बनेगा उसका प्रयोग विवाह-शादी के समय सबसे पहले किया जाता है। दूसरा अक्षर जाने से जो शब्द बनेगा वह यदि घर के आँगन में हो तो घी-दूध की चिंता नहीं रहती है। तीसरा अक्षर दूर करने से जो शब्द बनेगा वह करने से दुर्गति For Private And Personal Use Only
SR No.009637
Book TitlePrit Kiye Dukh Hoy
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhadraguptasuri
PublisherMahavir Jain Aradhana Kendra Koba
Publication Year2009
Total Pages347
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Story
File Size2 MB
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