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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir जिंदगी इम्तिहान लेती है २४ हुई। लोग असमंजस में पड़ गए | टेक्सास से चार्ल्स का वतन दो हजार मील दूर था, उसका मृत देह, वहाँ कैसे ले जाएँ? लोगों ने एक लकड़े की पेटी में चार्ल्स का मृत देह रख दिया। पेटी पर चाँदी की पट्टी लगा दी। पेटी पर चार्ल्स का पूरा नाम और उसकी अभिलाषा, उसका संकल्प लिख दिया गया और टेक्सास के कब्रस्तान में 'कोफिन' को गाड़ दिया। ___ दो महीने व्यतीत हो गए। टेक्सास में अचानक घोर मूसलाधार वर्षा हुई। समुद्र तूफ़ानी हो गया। टेक्सास में पानी ही पानी हो गया, हजारों मकान गिर गए... कब्रस्तान की कबें भी पानी में बह गई। गाड़े हुए मुर्दे के कोफिन भी समुद्र में बह गए | चार्ल्स काल्गन का 'कोफिन' बहता हुआ कनाडा पहुँचा... आठ महीने के बाद प्रिन्स एडवर्ड द्वीप पर पहुँच गया । कनाडावासिओं ने उस बक्से को देखा, उस पर लिखा हुआ चार्ल्स काल्गन का नाम पढ़ा उसका संकल्प पढ़ा, लोग खुश हो गए। चार्ल्स की वह जन्मभूमि थी। जहाँ चार्ल्स अपनी कब्र चाहता था! लोगों ने प्रिन्स द्वीप पर चार्ल्स की कब्र बनाई। जानता है, कहाँ-कहाँ से बहता हुआ वह बॉक्स कनाडा पहुंचा था? फ्लोरिडा प्रान्त के चार सौ मील के द्वीप से मेक्सिको के समुद्र में, वहाँ से अटलान्टिक सागर में... वहाँ से सेंट लोरेन्स के समुद्र में और वहाँ से काल्गन के वतन प्रिन्स द्वीप पर! चार्ल्स काल्गन का संकल्प सिद्ध हुआ, मृत्यु के पश्चात आठ महीनों के बाद! गुजरात के महामंत्री उदयन ने संकल्प किया था, शत्रुजय गिरिराज पर युगादिनाथ का भव्य मन्दिर बनाने का। वे न बना सके अपने जीवन में, परन्तु मन्दिर बन गया एक दिन | महामंत्री के सुपुत्र बाहड़ मंत्री ने भव्य मन्दिर का निर्माण किया। संकल्प सिद्ध हुआ। निराशा से ग्रस्त मनुष्य संकल्प शक्ति की दिव्य महिमा नहीं समझ सकता है। निराशा से मुक्त हो। संकल्पशक्ति को जागृत कर | स्वस्थ, शांत और अनुद्विग्न मन में से संकल्पशक्ति जागृत होती है। प्रबल संकल्पशक्ति के सामने कोई समस्या, कोई प्रश्न ठहर नहीं सकता है। संकल्पशक्ति जागृत हो जाए और जीवन का ध्येय निर्धारित हो जाए बस, फिर जीवन यात्रा में आनंद ही आनंद है। तू कहेगा : 'मन स्वस्थ, शांत और प्रसन्न नहीं रहता है। जब भी कोई For Private And Personal Use Only
SR No.009633
Book TitleJindgi Imtihan Leti Hai
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhadraguptasuri
PublisherMahavir Jain Aradhana Kendra Koba
Publication Year2009
Total Pages234
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Story
File Size3 MB
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