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________________ पदार्थ विज्ञान जीवके लिए सबसे बडी व्याकुलता है, जो अत्यन्त तापकारी है | इसीलिए ज्ञानीजन ससारको दुख कूप कहते हैं । ससारसे छूटने का नाम ही मोक्ष है, अर्थात् जन्म-मरणसे छूटने का नाम ही मोक्ष है कौन-से जन्म मरण से छूटना ? दोनोंसे । बाह्य जन्म-मरण हमे दिखाई देता है इसलिए हम उससे डरते भी है परन्तु उसका बीज • भूत जो अन्तरग ससार है वह हमे दिखाई नही देता और इसलिए हम उससे डरते भी नही हैं । यही कारण है कि हम ससारसे छूटने की इच्छा करते हुए भी उससे छूट नही पाते । यदि वास्तवमे ससारसे छूटनेको अर्थात् जन्म-मरणके सकटसे मुक्ति पाने की इच्छा है तब तो अवश्य ही उसका बीज जो अन्तरंग ससार है उसे नष्ट करना होगा। उसे नष्ट करना सम्भव है क्योकि वह हमारे अपने आधीन है । अन्त. करणमे मन द्वारा सकल्प - विकल्प हम स्वय उत्पन्न करते हैं और इसी प्रकार उन्हे रोक भी सकते हैं, भले ही उसके लिए काफी परिश्रम तथा अभ्यासकी आवश्यकता हो । ९०
SR No.009557
Book TitlePadartha Vigyana
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinendra Varni
PublisherJinendravarni Granthamala Panipat
Publication Year1982
Total Pages277
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Philosophy
File Size12 MB
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