SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 7
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ पर्याप्त पुस्तकें १ ऋषिमडल स्रोत्र-भावार्थ विधि-विधान आमना सहित साथमै २३ इंचका यत्रभी है तीन रंगके चित्रोवाला को. १॥ २ केसरियाजी तीर्थका इतिहास सचिन जिसमें पट्टे परवाने शिलालेख आदिसे सिद्ध किया गया है कि तीर्थश्वेताम्वर है. ०॥ 3 वस्त्रवर्णसिद्धि जिसमें १०० पाठ सूत्रोके देकर भावार्थ किया है. ०॥ ४ जेसलमेरमें चमत्कार ऐतिहासिक पांच कथाए है. ५ चतुररंभा और कामीभरतार अध्यात्मिक एक वार्ता है न ) ६ दुवौषधिदुख इसको पढनेसे आत्माकी स्थिति मालूम होगा ) ७ जातिगगा-ज्ञातिको उपयोगिता सिद्ध की गई है ८ मेवाडके नवयुवको प्रति संदेश ९ चैत्यवन्दण रहस्य जिसमें २४ द्वार दशत्रिकके ३० भेद २०७४ भेदानुभेद आदिका वर्णन है. वाल युवक वृद्धको समान उपयोगी है. पाठशालामें चलाने योग्य है ) प्रकाशिक होनेवाली पुस्तकें १ लोगस्सकल्प अति उत्तम और देखने योग्य है की. ॥) २ स्नात्रपूजा अर्थ सहित इसको पढने बाद पूजामें अपूर्व आनद आवेगा घरघरमें रखने लायक है। को.) ३ गृहस्थधर्म यह तो प्राचीन ग्रंथ हैं श्री कलिकालसर्वज्ञ हेमचन्द्रसूरिजी महाराज रचित्त है, बाल, युवा, युद्ध सबके लिए एकसा उपयोगी है पढनेसे उत्तमता मालूम होगा की. om ४ यंत्रनिधि जिसमें विजय पताका, वर्धमान पताका, जय पताका आदि बहुतसे यन्नविधि विधान आमना सहित दरज होंगे ___ की १५) पोष्ट खर्च अलग हैं। प्राप्तिस्थान सद्गुण प्रसारक मित्रमंडल पो. छोटी सादडी (मेवाड)
SR No.009486
Book TitleNavkar Mahamantra Kalp
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandanmal Nagori
PublisherChandanmal Nagori
Publication Year1942
Total Pages120
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy