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________________ [521] प्रवचनसार कुन्दकुन्दाचार्य, परमश्रुत प्रभावक मण्डल, बम्बई, वि. सं. 1969 प्रवचनसारोद्धार भाग 1-2, नेमिचन्द्र सूरि, प्राकृत भारतीय अकादमी, जयपुर प्रथम संस्करण, ई. 2000 प्रवचनसारोद्धार वृत्ति : सिद्धसेन सूरि, जीवनचन्द साकरचन्द जव्हेरी, बम्बई, ई. 1926 प्रशमरति : भाग 2, भद्रगुप्तजी प्राकृत साहित्य का इतिहास : चौखम्बा विद्याभवन, वाराणसी बन्धतत्त्व कन्हैयालाल लोढ़ा, प्राकृत भारती अकादमी, जयपुर, प्रथम संस्करण, ई. 2010 बृहत्कल्पसूत्र (त्रीणि छेदसूत्राणि) युवाचार्य मधुकर मुनि, श्री आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर, प्रथम संस्करण, ई. 1992 बृहत्कल्पसूत्र भाग 6 (सं. मुनि पुण्यविजय) श्री जैन आत्मानंद सभा, भावनगर, द्वितीय संस्करण, ई. 2002 बृहत्कल्पभाष्य भाग 1-2, सं. महाप्रज्ञ, जैन विश्व भारती, लाडनूं, प्रथम संस्करण, ई. 2007 बृहद् द्रव्यसंग्रह : नेमिचन्द्र सैद्धांतिक देव, श्री परमश्रुत प्रभावक मंडल, बम्बई-आगास, सप्तम संस्करण, ई. 1999 भगवतीसूत्र वृत्ति : आगम श्रुत प्रकाशन, अहमदाबाद, ई. 2000 भगवती आराधना आचार्य श्री शिवार्य, जैन संस्कृति संरक्षक संघ, सोलापुर, ई. 2004 भारतीय दर्शन डॉ. संतीशचन्द्र चट्टोपाध्याय, पुस्तकभंडार, पटना, ई. 1994 महापुराण (आदिपुराण): महाकवि पुष्पदंत, भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्ली, द्वितीय संस्करण, ई. 2001 महाबंध पुस्तक 1, भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्ली, तृतीय संस्करण, ई. 1998 मूलसूत्र: एक परिशीलन : आचार्य श्री देवेन्द्रमुनि, श्री तारकगुरु जैन ग्रंथालय, उदयपुर, प्रथम संस्करण, ई. 2000 मूलाचार श्री वट्टकेराचार्य, भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्ली, तृतीय संस्करण, ई. 1999 योगशास्त्र भाग 1-3, आचार्य हेमचन्द्र, जैन साहित्य विकास मण्डल, बम्बई, प्रथम संस्करण, ई. 1986 राजप्रश्नीयसूत्र युवाचार्य मधुकर मुनि, श्री आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर, प्रथम संस्करण, सन् 1982 लघीयस्त्रीय अकलंक, माणिकचन्द दिगम्बर जैनग्रंथलाला समिति. ई. 1972 लब्धिसार(क्षपणासार गर्भित) : नेमिचन्द्राचार्य सिद्धान्त चक्रवर्ती, श्री परमश्रुत प्रभावक मण्डल, आगास, ई. 1980 लोकप्रकाश भाग 1-3, विनयविजय गणी, द. ला. जैन पुस्तकोद्धार फण्ड, मुम्बई व्याख्याप्रज्ञप्ति सूत्र : युवाचार्य मधुकरमुनि, श्री आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर, (भगवती सूत्र) द्वितीय संस्करण, ई. 1993
SR No.009391
Book TitleVisheshavashyakbhashya ka Maldhari Hemchandrasuri Rachit Bruhadvrutti ke Aalok me Gyanmimansiya Adhyayan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPavankumar Jain
PublisherJaynarayan Vyas Vishvavidyalay
Publication Year2014
Total Pages548
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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