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________________ निश्चयनय द्वात्रिंशिका : न्यायावतारवार्तिक वृत्ति : न्यायकुमुदचन्द्र न्यायदीपिका न्यायरत्नसार : न्यायविनिश्चय विवरणम्ः न्यायावतार परमात्मप्रकाश पंचसंग्रह ( श्वेताम्बर) : प्रमाण मीमांसा प्रमाणमीमांसा प्रमाणपरीक्षा : पंचसंग्रह (दिगम्बर ) पंचाध्यायी (उत्तरार्द्ध) पंचास्तिकाय पद्मपुराण परीक्षामुख प्रकीर्णक साहित्य : मनन और मीमांसा प्रज्ञापनासूत्र : : : : प्रज्ञापनावृत्ति प्रभावकचरितम् प्रमाणनयतत्त्वालोकालंकार : : : : : प्रमेयकमलमार्तण्ड : सिद्धसेन दिवाकर, जैनधर्म प्रसारक सभा, भावनगर, वि. सं. 1965 वादिराज सूरि, सिंधी जैन शास्त्र शिक्षा पीठ, भारतीय विद्या भवन, मुम्बई भाग 1-2, आचार्य प्रभाचन्द्र, माणिकचन्द्र दि० जैन ग्रंथ माला, बम्बई, ई. 1932 दरबारीलाल जैन कोठिया, वीर सेवा मंदिर, सरसावा - सहारनपुर घासीलालजी महाराज, आचार्य श्री घासीलालजी महाराज साहित्य प्रकाशन समिति, इन्दौर भारतीय ज्ञान पीठ, काशी, ई. 1949 सिद्धसेन, परमश्रुत प्रभावक मण्डल, बम्बई, ई. 1950 राजचन्द्र ग्रन्थमाला, द्वितीय संस्करण, वि. सं. 2007 भाग 1 - 10 चन्द्रर्षिमहत्तर प्रणीत, विवेचक आचार्य श्री रघुनाथ जैन शोध संस्थान, जोधपुर भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, ई. 1960 [520] 1 मरुधर केसरी, ग्रन्थप्रकाशन कार्यालय, मल्हारगंज, इन्दौर कुन्दकुदाचार्य, भारतवर्षीय अनेकान्त विद्वत् परिषद् भाग 1, आचार्य रविषेण (डॉ. पन्नालाल जैन), भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्ली, आठवां संस्करण, ई. 2000 श्री माणिक्यनन्द्याचार्य, (हिन्दी व्याख्या - पं. मोहनलालशास्त्री) भारतवर्षीय अनेकान्त विद्वत् परिषद, तृतीय संस्करण, ई. 2005 सम्पा. प्रो. सागरमल जैन, आगम अहिंसा, समता एवं प्राकृत साहित्य संस्थान, उदयपुर, प्रथम संस्करण, ई. 1995 भाग 1-3, युवाचार्य मधुकर मुनि, श्री आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर, प्रथम संस्करण, ई. 1983 मुनि दीपरत्नसागर, आगम आराधना केन्द्र, अहमदाबाद प्राकृत भारती अकादमी, जयपुर, पुनर्मुद्रण, ई. 2009 वादिदेवसूरि, व्याख्या - पं. शोभाचन्द्र भारिल्ल, श्री रत्न जैन पुस्तकाल, आचार्य सम्राट् श्री आनंदऋषिमार्ग, अहमदनगर, तृतीय संस्करण, ई. 2000 आचार्य हेमचन्द्र, सिंघी जैन ग्रंथमाला, अहमदाबाद, ई. 1986 हिन्दी अनुवाद पं. शोभाचन्द्र भारिल्ल, अहमदनगर (महा.), ई. - 1970 आचार्य विद्यानंद, वीरसेवा मन्दिर ट्रस्ट, वाराणसी, प्रथम संस्करण, 1977 भाग 1-3, प्रभाचन्द्र, अनु. आर्यिका जिनमती, कमल प्रिण्टर्स, मदनगंज किशनगढ़ (राज.)
SR No.009391
Book TitleVisheshavashyakbhashya ka Maldhari Hemchandrasuri Rachit Bruhadvrutti ke Aalok me Gyanmimansiya Adhyayan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPavankumar Jain
PublisherJaynarayan Vyas Vishvavidyalay
Publication Year2014
Total Pages548
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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