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________________ पोपपषिणो-टीका सू ४४ यानशालिफस्य पलव्यापूनाऽऽदेशसपादनम् ३७१ आणाए विणएणं वयणं पडिसुणेड, पडिसुणित्ता जेणेव जाणसाला तेणेव उवागच्छड, उवागच्छित्ता जाणाड पञ्चुवेकरखेड़, पञ्चुवेक्खित्ता जाणाइ संपमजेइ,संपमजित्ला जाणार्ड संवट्टेड,संवटित्ता जाणाई णीणेडणीणिता जाणाणं से पवीणेड, पवीणिताजाणाई प्रतिशृगोति-स्वीकरोति, प्रतिश्रुय आज्ञावचन म्वीकृत्य यत्रैव यानगाला तत्रैवोपागच्छति, उपागत्य 'जाणाइ पच्चुवेरखेड' यानानि प्रत्युपेक्षते सम्या पश्यति, प्रत्युपेक्ष्य-दृष्ट्या 'जाणार सपमज्जेट' यानानि सम्प्रमार्जयति-विगतरजासि उस्ते, मम्प्रमार्य, 'जाणाई सब इ ' यानानि मर्तयति-एकस्मिन् म्याने स्थापयति, 'संवाहित्तारवयं 'जाणाई णीणेड' यानानि नयति-गालातो बहि करोति, नीया 'जाणाण' यानाना 'दसे' दूभ्याणि आच्छादनवस्त्राणि 'पवीणेद' प्रविनयति अपसारयति, प्रविनीय-अपसार्य, आनाको सुनकर (आणाए विणएण वयण) उस आजावचन को निनयपूर्वक (पडिसुणेट) स्वीकार किया, (पडिस्मृणित्ता) स्वीकार करके फिर वह (जेणेव जाणसाला) जहा थानगाला या (तेणेव उवागच्छद) वहाँ पहुँचा, (उवागच्छित्ता) पहुंचकर (जाणाद पन्चुवेक्खेट) उसने वहा पहिले रय आदि यानों को अच्छी तरह से देसा । (पच्चुवेक्खित्ता) देसकर (जाणाड सपमजेड) उसने उहे अच्छी तरह झाड-झुड कर साफ किया। (सपमजित्ता जाणादं सवढेइ) साफ करने के बाद उसने फिर जितने चाहिये थे उतने यान एक जगह एकत्रित किये । (सवहिता) दकह करने के बाद (जाणाद णीणेड) वहा से उसने उन सब को गहिर निकाला। (णीणित्ता) बाहिर पानी मानी सामजीन ( आणाए विणएण घयण) ते माशापयननी विनयपूर्व (पडिसुणेइ ) २वी या (पडिसुणित्ता) स्वी४२ ४शने पछी ते (जेणेव जाणसाला) या यानासा हुती (तेणेच उवागन्छइ) त्या पाया (याग पित्ता) पहिचान ( जाणाइ पाचवेस्खइ) तर त्या पडदा २थ आह यानाने भाग गते नया. ( पच्चुवेक्खित्ता) निधन (जाणाइ सपमज्जेइ) तेणे भारी शत पाणी-लूडी माई र्या ( सपमज्जिता जाणाइ सब?ई) मा 30 લીધા પછી તેણે જેટલા જોઈતા હતા તેટલા યાન (વાહન) એક જગાએ ४४१ ४ा (सवट्टिता) ४४ शसीधा पछी (जाणाइ णोणेइ) त्याथी तेशे में धान पडा२ दिया (णीणित्ता) गा२ डोटीन (जाणाण दूसे
SR No.009334
Book TitleAuppatiksutram
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1959
Total Pages868
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_aupapatik
File Size26 MB
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