________________
६४७-६५१
६६
६५२-६५४
आठवा उद्देशा अनंतर पर्याप्तक नारक कों आश्रित करके
पापकर्म बन्ध का निरूपण नववा उद्देशा परम्पर पर्याप्तक नारकों को आश्रित करके
पारकर्म बन्ध का निरूपण दसवां उद्देशा चरम नारक आदिकों को आश्रित करके
पापकर्म बन्ध का निरूपण ग्यारहवां उद्देशा अचरम नारक आदिको को आश्रित करके
पापकर्म वन्ध का निरूपण सतावीसवां शतक जीवों के कर्म करण क्रिया का निरूपण
समाप्त
६५५-६५८
६५९-१७८
६९
६७९-६८४